एनसीपी ने कहा, 'शरद पवार विपक्षी दलों की बैठक में होंगे शामिल, लेकिन दूसरे दिन'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 17, 2023 10:35 AM2023-07-17T10:35:17+5:302023-07-17T10:38:21+5:30
कर्नाटक के बेंगलुरु में आज से आयोजित विपक्षी दलों की बैठक के बीच महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर आ रही है कि बगावत की मार झेल रहे एनसीपी चीफ शरद पवार भी इस बैठक में शिकरत करेंगे लेकिन वो पहले दिन की बजाय दूसरे दिन बेंगलुरु पहुंचेंगे।
बेंगलुरु: साल 2024 के आम चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए विभिन्न दलों के नेता बेंगलुरु पहुंच रहे हैं। इस बीच महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर आ रही है कि बगावत की मार झेल रही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार भी इस बैठक में शिकरत करेंगे लेकिन वो पहले दिन की बजाय दूसरे दिन बेंगलुरु पहुंचेंगे।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के मुताबिक 17 जुलाई से शुरू होने वाली विपक्ष दलों की बैठक में पहले दिन एनसीपी के संस्थापक शरद पवार गैर-हाजिर रहेंगे और वो बैठक में शामिल नहीं होंगे। एनसीपी की ओर से कहा गया है कि 82 साल के वयोवृद्ध शरद पवार अपनी बेटी और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले के साथ मंगलवार को बेंगलुरु जाएंगे।
इससे पहले शरद पवार 23 जून को बिहार के पटना में हुई विपक्षीदलों की बैठक में सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल के साथ शामिल हुए थे लेकिन आज की तारीख में प्रफुल्ल पटेल शरद पवार के साथ न होकर उनके भतीजे और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के साथ पार्टी तोड़कर भाजपा के साथ खड़े हैं।
इससे पूर्व अटकलें लग रही थीं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ गोलबंदी में लगे हुए शरद पवार बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से दूरी बना सकते हैं। दरअसल इस तरह की आशंकाएं उस समय पैदा होने लगीं, जब बीते रविवार को डिप्टी सीएम अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल समेत एनसीपी से बगावत करने वाले प्रमुख नेता शरद पवार के साथ मिले थे।
शरद पवार के खिलाफ उनके भतीजे अजित पवार, छगन भुजबल और प्रफुल्ल पटेल सरीखे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पाला बदलते हुए पवार के खिलाफ बगावत की और भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) के साथ गठबंधन सरकार में शामिल हो गये थे।
शरद पवार के साथ विपक्ष की पटना बैठक में मौजूद रहे प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार से रविवार को मुलाकात करने के बाद कहा उन्होंने शरद पवार के पैर छूकर भाजपा से हाथ मिलाने और एनसीपी के गुटों को एकजुट करने का आग्रह किया । पूर्व केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा, "शरद पवार ने मेरी प्रार्थना का कोई जवाब नहीं दिया, वह बस सुन रहे थे, जो हम सभी कह रहे थे।"
अजित पवार अपने चाचा शरद पवार से अलग होने बाद पिछले हफ्ते पवार की पत्नी और अपनी चाची प्रतिभा पवार से मिलने के लिए उनके घर गये थे, जिनकी हाल ही में सर्जरी हुई थी।
मालूम हो कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार विपक्ष के उन नेताओं में से थे, जो मोदी सरकार के खिलाफ प्रभावी गठबंधन तैयार करने के अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व का इस्तेमाल कर रहे थे। इतना ही नहीं शरद पवार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच पैदा हुए गतिरोध को भी दूर करने का प्रयास कर रहे थे।