नई दिल्ली, 28 सिंतबरःराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को शुक्रवार को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने पार्टी को छोड़ दिया है। साथ ही साथ उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि तारिक पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से नाराज चल रहे थे। उनकी नाराजगी पीम मोदी के पक्ष में दिए गए शरद यादव के बयान को लेकर बताई जा रही है।
तारिक अनवर बिहार की कटिहार लोकसभा सीट से सांसद हैं। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी थे। वे पूर्व में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। साथ ही साथ कृषि और खाद्य प्रसंस्करण केंद्रीय मंत्री का पदभार भी संभाल चुके हैं। तारिक कटिहार निर्वाचन क्षेत्र से कई बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
गौरतलब है कि एक मराठी समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में शरद पवार ने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि लोगों को राफेल सौदे पर मोदी की मंशा पर कोई संदेह है। पवार ने कहा था कि विमान से संबंधित तकनीकी जानकारियां साझा करने की विपक्ष की मांग में कोई तुक नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा था कि विमान के दामों का खुलासा करने में कोई नुकसान नहीं है।
इसके बाद राकांपा ने गुरुवार को कहा कि उसके अध्यक्ष शरद पवार ने राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट नहीं दी है। पार्टी की तरफ से यह बयान ऐसे समय आया है जब पवार ने टिप्पणी की है कि लोगों को सौदे में प्रधानमंत्री की मंशा पर कोई संदेह नहीं है। इस मांग को दोहराया कि केन्द्र सरकार लड़ाकू विमानों के दाम का खुलासा करे और इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा जांच हो। बता दें, इसी बयान के बाद से तारिक नाराज बताए जा रहे थे।
तारिक अनवर का जन्म 16 जनवरी 1951 को बिहार के पटना में हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर को बहुत कम ही आयु में शुरू किया और 1976 से 1981 तक बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस (आई) के अध्यक्ष थे।
वह 1982 से 1985 तक भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे। वह 1988 से 1989 तक बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और 1999 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।