प्राकृतिक आपदा कहरः 56 की मौत और 24 घायल?, यूपी, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र में हादसा, हिमाचल प्रदेश में मरने वाले की संख्या 100!
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 19, 2025 10:38 IST2025-07-19T10:31:40+5:302025-07-19T10:38:49+5:30
Natural disaster havoc: उत्तर प्रदेश में 18 जुलाई को शाम आठ बजे के बीच विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में 18 लोगों की मौत हो गई।

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नई दिल्लीः देश भर में बारिश कहर जारी है। कई राज्य बारिश और बाढ़ से जूझ रहे हैं। हिमाचल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार जारी मानसून की तबाही से मरने वालों की संख्या 100 तक पहुँच गई है। एसडीएमए के अनुसार 60 मौतें सीधे तौर पर भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बादल फटने जैसी वर्षाजनित घटनाओं के कारण हुईं, जबकि 40 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं। एसडीएमए ने पुष्टि की है कि राज्य लगातार हो रही बारिश के प्रभाव से जूझ रहा है। पिछले 24 घंटों में ही 204 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिनमें मंडी को कोटली होते हुए धर्मपुर से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग NH-003 भी शामिल है।
उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं में 18 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में 17 जुलाई को शाम आठ बजे से लेकर 18 जुलाई को शाम आठ बजे के बीच विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में 18 लोगों की मौत हो गई। प्रदेश सरकार ने शनिवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयान के मुताबिक चित्रकूट में छह लोगों जबकि महोबा, बांदा और मुरादाबाद में तीन-तीन लोगों की मौत हुई।
वहीं गाजीपुर, ललितपुर और गोंडा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। बयान के मुताबिक 17 और 18 जुलाई को चित्रकूट में दो लोगों की डूबने से मौत हुई जबकि मुरादाबाद में 17 जुलाई को तीन व्यक्तियों की डूबने से मौत हुई। वहीं, गाजीपुर में 18 जुलाई को एक व्यक्ति की डूबने से मौत हुई। इसी तरह बांदा में 17 और 18 जुलाई के बीच अतिवृष्टि की वजह से तीन लोगों की मौत हुई।
वहीं महोबा में अतिवृष्टि की वजह से दो व्यक्तियों की और चित्रकूट में अतिवृष्टि की वजह से दो व्यक्तियों की मौत हुई। बयान के मुताबिक ललितपुर में 18 जुलाई को अतिवृष्टि की वजह से एक व्यक्ति की मौत हुई। महोबा में सांप काटने से एक व्यक्ति की, जबकि गोंडा में सांप काटने से एक अन्य व्यक्ति की मौत हुई।
बिहार में अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 34 लोगों की मौत
बिहार में पिछले 48 घंटों के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि सबसे ज्यादा छह-छह लोगों की मौत नालंदा व वैशाली जिलों में हुई।
वहीं शेखपुरा में पांच, पटना व औरंगाबाद में तीन-तीन, नवादा व बांका में दो-दो लोगों की मौत हुई। इसके अलावा, भोजपुर, भागलपुर, रोहतास, गयाजी, समस्तीपुर और जमुई जिलों में छह लोगों की मौत हुई। बिहार के विभिन्न जिलों में अप्रैल में आकाशीय बिजली और तूफान की चपेट में आने से 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी तथा फसलों व घरों को भी भारी नुकसान हुआ था।
नागपुर के रामटेक में आकाशीय बिजली गिरने से दो महिलाओं की मौत
महाराष्ट्र के नागपुर जिले के रामटेक तहसील के सनेघाट गांव में शुक्रवार दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गईं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि ये महिलाएं खेत में मजदूरी का काम करती थीं।
अधिकारी के अनुसार, पांच अन्य लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारी ने बताया कि यह घटना अपराह्न करीब दो बजे हुई। अधिकारी ने कहा, "धान की बुआई का काम करने के बाद 25 महिलाओं का एक समूह आलूबुखारा (प्लम) के पेड़ के नीचे दोपहर का भोजन कर रहा था,
तभी बिजली गिरी, जिससे मंगलाबाई मोटघरे (40) और वर्षा हिंगे (33) की मौत हो गई। घटना में पांच महिलाएं जख्मी हो गईं, जिन्हें रामटेक उप-जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। समूह में शामिल अन्य महिलाएं सुरक्षित हैं।"
झारखंड के हजारीबाग में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत, 13 घायल
झारखंड के हजारीबाग जिले में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार को आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कटकमसांडी और लुपुंग क्षेत्र सहित जिले के विभिन्न हिस्सों से अपराह्न तीन बजे से शाम पांच बजे के बीच आकाशीय बिजली गिरने की खबरें आईं।
अधिकारी ने बताया कि जिले में भारी बारिश के दौरान बिजली गिरने से धान के खेत में काम कर रहे एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल लाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
हैदराबाद में भारी बारिश हुई, कई इलाकों में जलभराव
तेलंगाना के हैदराबाद में शुक्रवार को भारी बारिश हुई जिससे शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर जलभराव हो गया। हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति संरक्षण एजेंसी ने बताया कि उसके कर्मियों ने जलभराव से प्रभावित इलाकों के निवासियों को नावों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
एजेंसी के आयुक्त एवी रंगनाथ ने बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी), पुलिस, शहर जल बोर्ड, विद्युत विभाग तथा अन्य एजेंसियों और विभागों को समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया।
उन्होंने हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति संरक्षण एजेंसी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) को बारिश से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए तैयार रहने को कहा। बारिश के कारण संतोष नगर, मदन्नापेट, सिकंदराबाद तथा शहर के अन्य इलाकों में यातायात बाधित हुआ।