नई दिल्ली, 27 मईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देशवासियों से मन की बात की। पीएम मोदी की मन की बात का यह 44वां संस्करण है। पिछले कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की सराहना की थी। इसके अलावा 'स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2018' कार्यक्रम की भी शुरुआत की थी। पीएम मोदी ने आज के कार्यक्रम में आउटडोर खेलों के महत्व, पर्यावरण दिवस, और भारतीयों के माउंट एवरेस्ट फतह को रेखांकित किया।
पीएम मोदी की 'मन की बात' Highlights:-
- सदियों से एवरेस्ट मानव जाति की चुनौतियों को ललकारता रहा। 16 मई को महाराष्ट्र के एक स्कूल के पांच आदिवासी बच्चों ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर पढ़ाई की। इन लोगों ने साल भर पहले ट्रेनिंग शुरू की। इन्हें ऑपरेशन शौर्य के तहत चुना गया था। हाल ही में 16 वर्षीय शिवांगी पाठक नेपाल की तरफ एवरेस्ट फतेह करने वाली पहली भारतीय बनी। संगीता बहल ने 19 मई को एवरेस्ट की चढ़ाई की और उनकी आयु 50 साल से अधिक है। एडवेंचर की गोद में जन्म लेता है विकास।
- मेरे फिट इंडिया के अभियान से फिल्म, टेलीविजन, सेना, स्कूल सभी क्षेत्रों के लोग जुड़ते हैं। मुझे भी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने चैलेंज किया है मैं उसे स्वीकार करता हूं।
- नोएडा की छवि यादव के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आउटडोर खेल कम होते जा रहे हैं। कई खेल हमें समाज,पर्यावरण आदि के बारे में भी जागरूक करते हैं। कभी-कभी चिंता होती है कि कहीं ये खेल खो न जाएं और तब सिर्फ खेल ही नहीं खो जाएगा, बचपन ही कहीं खो जाएगा और फिर उस कविताओं को हम सुनते रहेंगे। 'ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो...'
- विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को भारत आधिकारिक तौर पर World Environment Day Celebration को host करेगा। जलवायु परिवर्तन को घटाने की दिशा में विश्व में भारत के बढ़ते नेतृत्व को स्वीकृति मिल रही है, यह इसका परिचायक है। इस बार की theme है ‘Beat Plastic Pollution’.
- हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा ने हमें प्रकृति के साथ संघर्ष करना नहीं सिखाया है। हमें प्रकृति के साथ सदभाव से रहना है, प्रकृति के साथ जुड़ करके रहना है। गांधी जी ने तो जीवन भर हर कदम इस बात की वकालत की थी।
- Yoga for unity और harmonious society का ये वो सन्देश है, जो विश्व ने पिछले कुछ वर्षों से बार-बार अनुभव किया है। संस्कृत के महान कवि भर्तृहरि ने सदियों पहले अपने शतकत्रयम् में लिखा था।
- राजस्थान के सीकर की बस्तियों की हमारी बेटियां आज आत्मनिर्भर बन गई हैं। सिलाई का काम सीखने के साथ-साथ कौशल विकास का course भी कर रही हैं। आशा और विश्वास से भरी इन बेटियों को मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।
- कुछ लोग अपने कार्यों से, अपनी मेहनत और लगन से बदलाव लाने की दिशा में आगे बढ़ते हैं, उसे हकीकत का रूप देते हैं। ऐसी ही कहानी उड़ीसा के कटक शहर के डी. प्रकाश राव की है।
- अब से कुछ दिनों बाद लोग चांद की प्रतीक्षा करेंगे। रमज़ान के दौरान एक महीने के उपवास के बाद ईद का पर्व जश्न की शुरुआत का प्रतीक है। आशा करता हूं कि ईद का त्योहार सद्भाव के बंधन को और मज़बूती प्रदान करेगा।
मन की बात कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया था। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से प्रेरणा लेकर इसकी शुरुआत की थी। जनवरी 2015 में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनके साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया था तथा भारत की जनता के प्रश्नों के उत्तर दिए थे।
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