खत्म नहीं हो रही बीजेपी से टीडीपी की नाराजगी, चंद्रबाबू नायडू ने पूछा- केंद्र के लिए आंध्र प्रदेश भारत का हिस्सा नहीं है?
By रामदीप मिश्रा | Published: February 9, 2018 03:25 PM2018-02-09T15:25:14+5:302018-02-09T15:30:06+5:30
टीडीपी के अध्यक्ष और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक बार फिर से असंतोष जाहिर किया है और आने वाले दिनों में बीजेपी से गठबंधन को लेकर बड़ा फैसला लेने के संकेत दिए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है और टीडीपी मोदी सरकार से बेहद नाराज बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच लगातार दरार बढ़ रही है। गुरुवार (8 फरवरी) को टीडीपी के अध्यक्ष और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक बार फिर से असंतोष जाहिर किया है और आने वाले दिनों में गठबंधन को लेकर बड़ा फैसला लेने के संकेत दिए हैं।
उन्होंने गुरुवार को अपने सांसदों की आपातकाल बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उनकी पार्टी से दो केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए और आगे की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने यह चर्चा टेली कॉन्फ्रेस के माध्यम से की क्योंकि नायडू इस समय दुबई में हैं।
बताया जा रहा है कि नायडू मोदी सरकार द्वारा पिछले कुछ दिनों से किए जा रहे रिस्पॉन्स से नाखुश हैं और बैठक में अपने सांसदों से अपना विरोध जारी रखने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने कांफ्रेस कॉल के दौरान सवाल किया है कि क्या आंध्र भारत का हिस्सा नहीं है?
आपको बता दें कि दोनों पार्टियों के बीच उस समय दरार नजर आई थी जब एक फरवरी को मोदी सरकार का आम बजट पेश किया गया। बजट को लेकर टीडीपी ने का कहा था कि इस बजट में आंध्र प्रदेश की उपेक्षा की गई है और अपेक्षित बजट नहीं दिया गया। वहीं सूबे के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू ने बजट वाले दिन 2 फरवरी को ही पार्टी की आपात बैठक बुला ली थी।
सीएम नायडू ने सांसदों को बताया था कि प्रदेश के साथ न्याय नहीं हुआ है। इसके जवाब में एनडीए का साथ छोड़कर दिया जा सकता है, लेकिन अभी बजट सत्र तक इंतजार करेंगे। इसके अलावा टीडीपी सांसद टीजी वेंकटेशन ने भी कहा थी कि उनकी पार्टी के पास तीन विकल्प हैं, जिनमें पहला बीजेपी के साथ रहने की कोशिश और संघर्ष करते रहना, दूसरा टीडीपी के सभी सांसद इस्तीफा दे दें और तीसरा बीजेपी से गठबंधन तोड़ लेना।