लाइव न्यूज़ :

न्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला के इस्तीफे से नागपुर के विधि वर्ग में नाराजगी, वकीलों ने कहा- ये 'काला दिन' है

By सौरभ खेकडे | Updated: February 11, 2022 20:08 IST

बंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ की न्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला के इस्तीफे को कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि इससे निचली अदालतों में गलत संदेश जाएगा.

Open in App
ठळक मुद्देन्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला के इस्तीफे पर नाराजगी, वकीलों ने कहा कि निचली अदालतों में गलत संदेश जाएगा।न्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन नागपुर के वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों ने विदाई दी।

नागपुर: बंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ की न्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला के इस्तीफे के बाद नागपुर के विधि वर्ग में नाराजगी व्याप्त है. शुक्रवार से ही न्यायमूर्ति गनेडीवाला ने काम बंद कर दिया. वरिष्ठ अधिवक्ताओं के अनुसार न्यायपालिका ने जिस तरह इस पूरे प्रकरण को हैंडल किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. वकीलों ने शुक्रवार के दिन को एक स्वर में काला दिन करार दिया है. 

बताया जा रहा है कि नागपुर खंडपीठ के इतिहास में यह तीसरा मामला है जब किसी अतिरिक्त जज का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया. वकीलों के अनुसार इस प्रकरण से निचली अदालतों के लिए एक नकारात्मक संदेश गया है. खास कर पॉक्सो के मामले में कोई भी कनिष्ठ अदालत आरोपी को जमानत या निर्दोष बरी करने से हिचकने लगेगी. इससे न्यायदान की प्रक्रिया बाधित होगी.

वकीलों ने बताया इसे काला दिन 

वरिष्ठ अधिवक्ता मुकेश समर्थ ने शुक्रवार के दिन को काला दिन करार दिया है. उन्होंने कहा कि न्या. गनेडीवाला के पास आगे 10 साल का करियर था. उन्हें एक होनहार और हिम्मत वाली जज के रूप में पहचाना जाता था. केवल एक फैसले के कारण किसी जज का करियर खराब करना सही नहीं है. उनके विवादित फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था. ऐसे कई फैसले होते है जिन्हें ऊपरी अदालत सुधार देती है. उन्हें जो एक अतिरिक्त वर्ष दिया गया था, उसमें उनके खिलाफ कोई भी बात नहीं थी. 

न्यायमूर्ति पुष्पा गनेडीवाला को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन नागपुर के वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों ने दी विदाई

वहीं अधिवक्ता श्रीरंग भंडारकर ने कहा न्या.गनेडीवाला का कार्यकाल आगे न बढ़ाना एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है. ऐसे कोई भी जज नहीं होंगे जिनसे गलतियां नहीं हुई होगी. खास बात यह है कि जब तक कोई जज प्रोबेशन पीरियड में है, तो उसमें हुई भूल-चूक को ऊपरी अदालत को सुधारना चाहिए. न्यायपालिका में ऐसा नियम ही बनाना चाहिए. एक अच्छी जज को एक फैसले के कारण पूरा करियर खराब करना बहुत गलत बात है. 

इसी तरह हाईकोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष अतुल पांडे ने भी कहा कि न्यायपालिका ने एक होनहार जज खो दिया. उन्होंने कहा कि वे न्या.गनेडीवाला के भविष्य की उज्जवल कामना करते हैं.

टॅग्स :नागपुरबॉम्बे हाई कोर्टसुप्रीम कोर्टमहाराष्ट्र
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतMaharashtra Civic Poll 2025 UPDATE: पूरे राज्य में मतगणना स्थगित, 21 दिसंबर को नए नतीजे की तारीख तय, सीएम फडणवीस ‘त्रुटिपूर्ण’ प्रक्रिया पर जताई नाराजगी

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतMaharashtra Local Body Polls 2025: राज्य के 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में 2 दिसंबर को मतदान, 3 को होगी मतगणना

भारतमहाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आखिरी समय में नगर निगम चुनाव टालने के लिए चुनाव आयोग की आलोचना की | VIDEO

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई