Myanmar, Thailand Earthquake:थाईलैंड और म्यांमा में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद, यहां भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक हेल्पलाइन नंबर जारी कर सभी भारतीय नागरिकों से आपातकालीन स्थिति में उससे संपर्क करने को कहा। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, म्यांमा के मांडले शहर में दोपहर के समय आए भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था। म्यांमार में कम से कम 144 लोगो की मौत हुई है और 730 अन्य घायल हुए हैं।
थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बैंकॉक और थाईलैंड के अन्य हिस्सों में शक्तिशाली भूकंप आने के बाद, दूतावास थाई अधिकारियों के साथ स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। अब तक, किसी भी भारतीय नागरिक से जुड़ी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।”
दूतावास ने कहा,‘‘किसी भी आपात स्थिति के मामले में, थाईलैंड में भारतीय नागरिकों को आपातकालीन नंबर +66 618819218 पर संपर्क करने की सलाह दी जाती है। बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास और चियांग माई में स्थित वाणिज्य दूतावास के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।”
गौरतलब है कि भूकंप के बाद थाईलैंड में युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी है। वहीं, बैंकॉक में रह रहे कई भारतीय देश वापस लौट आए है। इनमें से कई चश्मदीदों ने आंखों देखा हाल मीडिया संवादाताओं को बताया।
कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरे एक यात्री ने कहा, "मैं उस समय सड़क पर था. मैंने कुछ गगनचुंबी इमारतों को हिलते हुए देखा. एक अनंत पूल से पानी निकल रहा था. लोग डरे हुए थे कि कहीं इमारत गिर न जाए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. कुछ घंटों के लिए सार्वजनिक परिवहन बंद कर दिया गया था..."
बैंकॉक से आ रहे यात्री संजीव दत्ता कहते हैं, "भूकंप आने पर मेरा बिस्तर हिलने लगा. जब मैं उठा तो मैंने देखा कि इमारत हिल रही थी. बाद में मैंने लोगों को घबराकर भागते हुए देखा. मैं सातवीं मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर आया और कुछ देर वहीं इंतज़ार किया. वहाँ बहुत ज़्यादा ट्रैफ़िक था. 30 किलोमीटर की दूरी तय करने में 5-6 घंटे लग गए..."
बैंकॉक से आए यात्री रंजन बनर्जी कहते हैं, "अभी तो स्थिति सामान्य है, लेकिन जब यह हुआ, तब आपातकालीन स्थिति थी। मॉल और दफ़्तर खाली करा दिए गए। मेट्रो रेल व्यवस्था बंद कर दी गई।"