मुजफ्फरपुरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को महागठबंधन और राजद पर हमला किया। पीएम मोदी ने कहा कि जंगलराज के दिनों को याद करते हैं, तो अंदाजा लगता है कि हालात कितने खतरनाक थे। आप मुजफ्फरपुर के लोग RJD सरकार में हुआ गोलू अपहरण कांड कभी नहीं भूल सकते। इसी शहर में 2001 में स्कूल जाते हुए एक छोटे से बालक को अपराधियों ने दिन-दहाड़े किडनैप के लिया था और बदले में बहुत सारे रुपये मांगे थे। और जब रुपये नहीं दे पाए, तो RJD के इन चट्टे-बट्टों ने उस छोटे से बालक के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे।
जंगलराज में पूरे बिहार में आए दिन ऐसी घटनाएं घटती थी। RJD के शासन में करीब 35 से 40 हजार अपहरण हुए थे। आज के युवा कल्पना कर सकते हैं कि कितनी खौफनाक स्थिति थी। रोते-बिलखते मां-बाप से RJD को न तब फर्क पड़ता था और न ही आज उन्हें आपके सुख-दुख से कुछ लेना देना है। RJD और कांग्रेस की नीयत क्या है, वो इनके ताजा प्रचार से ही पता चलता है।
आप RJD और कांग्रेस के खतरनाक नारे सुन रहे होंगे। आप इनकी हिम्मत और बेशर्मी देखिए कि चुनाव प्रचार में भी कैसे गाने बज रहे हैं। इनके गानों में छर्रा, कट्टा, दुनाली शामिल हैं। ये इनकी सोच का प्रतिबिंब है। बिहार के चुनावी संग्राम में अब दो युवकों की जोड़ी ने (जो खुद को युवराज मानते हैं) झूठे वायदों की दुकान खोल दी है।
एक भारत के सबसे भ्रष्ट परिवार का युवराज और दूसरा बिहार के सबसे भ्रष्ट परिवार का युवराज। ये दोनों ही हजारों करोड़ के घोटाले में जमानत पर हैं। नरेन्द्र हो, या नीतीश जी बहनों का सशक्तिकरण हमारी प्राथमिकता रही है। हमने गरीबों को पक्के घर दिए, तो रजिस्ट्री बहनों के नाम पर की। हमने नल दिया, मुफ्त गैस कनेक्शन और मुफ्त अनाज दिया, ताकि बहनों की परेशानी कम हो।
अभी यहां नीतीश जी की सरकार ने बहनों के स्वरोजगार के लिए बहुत बड़ी योजना चलाई है। 1.30 करोड़ बहनों के खाते में 10-10 हजार रुपये पहुंच चुके हैं। इस पैसे से बिहार की बहनें अपना खुद का कोई न कोई व्यवसाय और काम शुरू कर रही हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम यहीं पर नहीं रुकेंगे। जब फिर से NDA सरकार बनेगी।
तो इन बहनों को अपना काम बढ़ाने के लिए और अधिक प्रोत्साहन दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में वोट पाने के लिए छठी मैया का अपमान कर रहे हैं। मुजफ्फरपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि छठ पूजा कांग्रेस और राजद नेताओं के लिए ‘नाटक’ है लेकिन बिहार के लोग इस ‘अपमान’ को वर्षों तक नहीं भूलेंगे और न ही उन्हें माफ करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘छठ पूजा अब दुनिया भर में प्रसिद्ध है और छठ के बाद यह बिहार का मेरा पहला दौरा है।
यह पर्व न केवल भक्ति का प्रतीक है बल्कि समानता का भी प्रतीक है। यही कारण है कि मेरी सरकार इस पर्व को यूनेस्को विरासत का दर्जा दिलाने का प्रयास कर रही है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं यात्रा के दौरान छठ के गीत सुनता हूं। एक बार नागालैंड की एक लड़की द्वारा गाए गए इन गीतों में से एक को सुनकर मैं भावुक हो गया था।
लेकिन जब आपका यह बेटा यह सुनिश्चित करने में व्यस्त है कि छठ को उसका उचित सम्मान मिले तब कांग्रेस-राजद के लोग इस त्योहार का उपहास उड़ा रहे हैं और इसे नाटक, नौटंकी कह रहे हैं।’’ दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को जिले में एक चुनावी रैली की थी और दिल्ली में यमुना के किनारे छठ पूजा के आयोजन का हवाला देते हुए कहा था कि एक तरफ यमुना नदी में गंदा पानी था और बगल में साफ पानी का तालाब बनाया गया था ताकि प्रधानमंत्री उसमें नहाकर ‘ड्रामा’ कर सकें, जबकि उन्हें छठ पूजा से कोई लेनादेना नहीं हैं।
उन्होंने कहा था कि इस बारे में जब पूरे हिंदुस्तान को पता चल गया तो प्रधानमंत्री मोदी छठ पूजा के इस आयोजन में नहीं गए। राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मोदी ने कहा, "देखिए, वोट मांगने के लिए ये लोग किस हद तक गिर सकते हैं। यह छठ पर्व का अपमान है, जिसे बिहार सदियों तक नहीं भूलेगा।"