नई दिल्लीः तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के पूर्व सांसद बूरा नरसैय्या गौड़ बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उनके अलावा राज्य में कांग्रेस व तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के कुछ नेताओं ने भी भाजपा का दामन थामा।
पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, जी किशन रेड्डी, भाजपा महासचिव व तेलंगाना के प्रभारी तरुण चुग, पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य के लक्ष्मण, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी संजय कुमार और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में गौड़ और अन्य नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
राज्य में तीन नवंबर को मुनुगोडे विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले गौड़ का भाजपा में शामिल होना उसके लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। गौड़ के अलावा भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में कांग्रेस के वेंकटेश मुदिराज, वेदपल्ली राजेश्वर, शिवपुरी रवींद्र, तेदेपा के रवि प्रकाश यादव, गाजीपुरा मुरलीकृष्ण गौड़ और बोरा नवीन गौड़ प्रमुख हैं।
यादव ने गौड़ का भाजपा में स्वागत किया और दावा किया कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कितने भी ‘‘अलोकतांत्रिक’’ तरीके अपना लें, इस उपचुनाव में भाजपा की भारी बहुमत से जीत सुनिश्चित है। मुख्यमंत्री राव पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना में ना सिर्फ भ्रष्टाचारी बल्कि एक तानाशाही सरकार है, जहां लोकतंत्र का कोई स्थान नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार गांव और गरीबों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है, वहीं दूसरी तरफ तेलंगाना में ये योजनाएं ‘‘हैदराबाद के एक मकान’’ से आगे नहीं बढ़ पाती हैं। यादव ने दावा किया कि भाजपा ना सिर्फ मुनुगोड़े का उपचुनाव जीतेगी बल्कि राज्य के अगले विधानसभा चुनाव में वहां कमल का फूल भी खिलाएगी।
कमल का फूल भाजपा का चुनाव चिह्न है। इस मौके पर गौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’’ का नारा उनके लिए गायत्री मंत्र के समान है और उनसे प्रभावित होकर उन्होंने भाजपा से जुड़ने का फैसला किया। राज्य की भोंगीर संसदीय सीट से 2014 में टीआरएस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले गौड़ ने पिछले दिनों टीआरएस को अलविदा कह दिया था।
इसके बाद तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद बी संजय कुमार ने उनसे मुलाकात की थी और उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। गौड़ ने आरोप लगाया था कि टीआरएस का नेतृत्व लोगों की समस्याओं पर बात करने लिए उपलब्ध नहीं होता। उन्होंने कहा था कि उन्हें लगा कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो उनका राजनीतिक जीवन व्यर्थ हो जाएगा। मुनुगोडे विधानसभा उपचुनाव तीन नवंबर को होगा और छह नवंबर को मतगणना होगी।