मुंबईः महाराष्ट्र के मुंबई में शिवसेना की अहम बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा की गई। शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा कि 18 सांसदों में से दो अनुपस्थित रहे- भावना गवली और श्रीकांत शिंदे शामिल नहीं हुए। बैठक में पार्टी के अन्य सभी सांसद मौजूद थे।
गजानन कीर्तिकर ने कहा कि हमने यूपीए उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था, क्योंकि वह एक मराठी महिला हैं। हमने यूपीए प्रत्याशी प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था। उद्धव जी उन्हें (द्रौपदी मुर्मू) समर्थन की घोषणा करेंगे, क्योंकि वह एक आदिवासी महिला हैं। हमें राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीति से परे देखना चाहिए।
शिवसेना सांसद ने कहा कि वह एनडीए की उम्मीदवार हैं लेकिन द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं और एक महिला हैं। हमें उन्हें अपना समर्थन देना चाहिए - यह सभी सांसदों (पार्टी के) की मांग थी। उद्धव जी ने हमसे कहा था कि वह एक-दो दिन में हमें अपना फैसला बताएंगे।
शिवसेना के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का सुझाव दिया। यह जानकारी शिवसेना नेता गजानन कीर्तिकर ने दी। हालांकि, शिवसेना सांसद एवं मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने दावा किया कि लोकसभा में पार्टी के18 सदस्यों में से 15 ने उपनगरीय बांद्रा में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के निजी आवास 'मातोश्री' में हुई बैठक में भाग लिया। उन्होंने इस संबंध में कोई ब्योरा नहीं दिया।
महाराष्ट्र में 18 लोकसभा के सांसदों के अलावा, केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव से कलाबेन डेलकर भी शिवसेना सांसद हैं। कीर्तिकर ने कहा कि बैठक में 13 सांसद भौतिक रूप से शामिल हुए, जबकि तीन अन्य - संजय जाधव, संजय मांडलिक और हेमंत पाटिल बैठक में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने नेतृत्व को अपने समर्थन की पुष्टि की।
कीर्तिकर ने कहा, ‘‘ज्यादातर सांसदों की राय थी कि पार्टी को द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि शिवसेना के दो लोकसभा सदस्य भावना गवली और श्रीकांत शिंदे (मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे) बैठक में शामिल नहीं हुए। राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होंगे।