भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने अभी तक जाहिर किया है कि वो सिर्फ आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एम्बेसडर थे। लेकिन मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले में एमएस धोनी और आम्रपाली ग्रुप के बीच एक पेचीदा संबंध सामने आया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक धोनी की पत्नी साक्षी सिंह धोनी 25 प्रतिशत शेयर के साथ आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (एएमडीपीएल) की डायरेक्टर थीं जबकि आम्रपाली ग्रुप के सीएमडी अनिल कुमार शर्मा के पास इस कंपनी के बाकी 75 प्रतिशत शेयर थे।
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड उन 47 आम्रपाली ग्रुप की कंपनियों में से एक थी जिन्हें कथित रूप से घर खरीदारों का पैसा दिया गया। ऑडिट रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि घर खरीदारों के 5,619 करोड़ रुपये आम्रपाली ग्रुप की इन कंपनियों को डायवर्ट किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि आम्रपाली माही प्राइवेट लिमिटेड को ज्यादातर शेयर पूंजी नकद में दी गई और खर्च भी नकद में अदा किए गए।
आउटलुक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस यू यू ललित की बेंच ने फॉरेंसिक ऑडिट की रिपोर्ट पढ़ने के बाद टिप्पणी देते हुए कहा कि ‘हमें ये महसूस हो रहा है कि घर खरीदने वाले लोगों का पैसा गैर कानूनी तरीके से रहिती स्पोर्ट्स मैनेजमेंट को चला गया और अब वो पैसे वहां से वापस निकालना जरूरी है और जो बात हम कह रहे हैं वो हमारा विचार है जो बाकी के कानून पर लागू नहीं होता है।’
शीर्ष अदालत ने कहा कि रिकॉर्ड के अनुसार, साक्षी धोनी को नकद में शेयर पूंजी प्राप्त हुई और सभी खर्चों का भुगतान नकद में किया गया। ऑडिटरों ने कहा, हमें मौखिक रूप से सूचित किया जाता है कि इस कंपनी को रांची में एक परियोजना के विकास के लिए शामिल किया गया था। पार्टियों के बीच एक एमओयू भी दर्ज किया गया था, हालांकि हमें उसकी प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, आम्रपाली मीडिया विजन प्राइवेट लिमिटेड को फिल्में बनाने के लिए फंड दिया गया है। डायवर्ट करने के लिए बनाया गया था। पेशेवर शुल्क और विज्ञापन खर्च आदि के लिए रहिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को 24 करोड़ रुपये भुगतान किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार रहिति ग्रुप को आम्रपाली की तरफ से 2009 से 2015 के बीच 42.22 करोड़ रुपये भुगतान किया गया। इसके अलावा आम्रपाली ग्रुप की अन्य कंपनी से रहिति को 6.52 करोड़ रुपये भुगतान किया है। ये क्लियर नहीं है कि रहिति को इतने पैसे क्यों दिए गए।
ऑडिटर्स (लेखा परीक्षक) ने ये पाया है कि ये राशि अम्रपाली ग्रुप के सीएमडी अनिल कुमार शर्मा की ओर से किये गये समझौते के तहत कंपनी के लिए या फिर कंपनी की ओर से रहिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को दी गई। जबकि ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है जिसके तहत सीएमडी अनिल कुमार शर्मा आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज की ओर से कोई समझौता कर सकते हैं।
आम्रपाली और रहिति के बीच समझौते में कई अस्पष्ट बाते हैं। 20 मार्च, 2015 का ही एक और 'समझौता' है जो आम्रपाली को धोनी के नेतृत्व वाली आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ ब्रांडिंग के अधिकार देता है। दिलचस्प ये भी है कि ऑडिट रिपोर्ट में यह पाया गया है कि यह समझौता एक सादे कागज पर हुआ और केवल आम्रपाली और रहिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के बीच कार्यान्वित हुआ। इस समझौते पर चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से किसी पक्ष के हस्ताक्षर नहीं हैं।