भोपाल/उज्जैन, एक नवंबर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा कि पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा पर उज्जैन में प्रशासन को दिये गए ज्ञापन में आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, बाद में सभी को छोड़ दिया गया है।
मिश्रा ने भोपाल में मीडिया से कहा, ‘‘त्रिपुरा हिंसा पर पीएफआई ने उज्जैन में एक ज्ञापन दिया था। इसमें आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने पर पीएफआई से जुड़े छह लोगों को भादंवि की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।’’
उन्होंने कहा कि इसी तरह की भाषा का प्रयोग कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी अपने भाषणों में करते हैं।
पीएफआई एक चरमपंथी संगठन है।
इस बीच, उज्जैन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि त्रिपुरा में हुई घटना को लेकर 29 अक्टूबर को पीएफआई ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उज्जैन पुलिस को दिया था।
उन्होंने कहा कि उस ज्ञापन में एक शब्द बेहद आपत्तिजनक था, जिसकी वजह से माहौल बिगड़ सकता था, इसलिए छह लोगों को भादंवि की धारा 188, 295, 153 एवं अन्य धाराओं के तहत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि पिछले महीने बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों में तोड़फोड़ के खिलाफ त्रिपुरा में हिंदू संगठनों के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा हुई थी।
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