MP हनी ट्रैप मामलाः आरोपी पत्नी बरखा भटनागर को पति अमित ने बताया निर्दोष, कहा- श्वेता है मास्टर माइंड
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 4, 2019 20:23 IST2019-10-04T20:07:14+5:302019-10-04T20:23:27+5:30
MP हनीट्रैप मामलाः एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद अब हनी ट्रैप मामले में रोज-रोज नए-नए खुलासों के साथ खुद को बेकसूर बताने और पुलिस को जिम्मेदार ठहराने का दौर भी शुरू हो गया है. इस पूरे मामले के आरोपी कांग्रेस आईटी सेल के पदाधिकारी रहे अमित सोनी ने मीडिया से चर्चा की है.

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मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले को लेकर आरोपी बरखा भटनागर के पति अमित सोनी अपनी पत्नी को निर्दोष बता रहे हैं. अमित का कहना है कि उनकी पत्नी को फंसाया गया है, साथ ही अमित ने श्वेता विजय जैन से संपर्क होने की बात भी कही और उसे इस मामले के लिए जिम्मेदार और मास्टर माइंड बताया.
एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद अब हनी ट्रैप मामले में रोज-रोज नए-नए खुलासों के साथ खुद को बेकसूर बताने और पुलिस को जिम्मेदार ठहराने का दौर भी शुरू हो गया है. इस पूरे मामले के आरोपी कांग्रेस आईटी सेल के पदाधिकारी रहे अमित सोनी ने मीडिया से चर्चा की है. अमित ने इस मामले में अपनी पत्नी बरखा सोनी को निर्दोष बताया और कहा कि उसे फंसाया गया है. सोनी ने मामले कि मास्टर माइंड श्वेता विजय जैन को बताया और उस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
उन्होंने श्वेता को शातिर बताते हुए कहा कि उसने कई अधिकारियों को ब्लैकमेल किया. अमित का दावा है कि श्वेता के बड़े अधिकारियों से झगड़े की वजह से ही यह मामला सामने आया है. बरखा भटनागर के पति अमित ने अपनी पत्नी को निर्दोष बताते हुए कहा कि वो जेल में बात करते हुए रोने लगीं. बरखा ने पूछताछ के दौरान अधिकारियों को सभी जानकारियां दी और साथ ही अपने कांग्रेस से जुड़े होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपनी होती तो आज ऐसा नहीं होता.
नए एसटीएफ प्रमुख ने संभाला कार्यभार
बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच पर उठ रहे सवालों के बीच आज शुक्रवार को एसआईटी के नए प्रमुख डीजी राजेन्द्र कुमार ने पदभार संभाल लिया. पिछले 16 दिनों में तीसरी बार एसआईटी में बदलाव किया गया है. अब इस मामले की जांच डीजी राजेंद्र कुमार को सौंपी हैं. आज एसटीएफ के पूर्व प्रमुख संजीव शमी ने जांच से जुड़े सभी दस्तावेज डीजी राजेंद्र कुमार को सौंप दिए हैं.
नए एसआईटी प्रमुख को पूर्व एसआईटी प्रमुख संजीव शमी ने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक साक्ष्य सौंप दिए हैं. इस मामले में दोनों अधिकारियों के बीच बंद कमरे में चर्चा भी हुई. एसआईटी प्रमुख की कमान संभालने के बाद एडीजी राजेंद्र कुमार ने इंदौर की एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा और अन्य अधिकारियों से भी मामले से जुड़ी जानकारियां ली है.