दिग्गज कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने सोशल मीडिया में सीवीटीवी वीडियो शेयर करते हुए कहा कि इलेक्शन कमीशन को इसकी जांच करनी चाहिए। अहमद पटेल के मुताबिक मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही है।
इसी में एक वीडियो उन्होंने शेयर किया है। असल में शुक्रवार को मध्य प्रदेश के सतना में ईवीएम में छेड़छाड़ की आंशका में जबर्दस्त हंगामा हुआ। रात करीब 11:30 बजे सैकड़ों लोग सतना के एक स्ट्रांग रूम के सामने इकट्ठा हो गए।
यह मामला सतना के उत्कृष्ट विद्यालय-1 का बताया जा रहा है। यहां शुक्रवार रात 9 से 10 बजे के बीच दो व्यक्ति स्ट्रांग रूम कार्टन लेकर जाते दिखे। इसके बाद मौके पर कांग्रेस, बसपा, सपाक्स पार्टी के प्रत्याशियों समेत सतना विधायक पहुंचे। इस दौरान रिकॉर्ड किया गया वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
कमालनाथ ने दिखाया था वीडियो, चुनाव अधिकारी बीजेपी के पक्ष में करा रहा था वोट
एमपी कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक वीडियो स्क्रीन पर दिखाते हुए आरोप लगाया कि कहीं पीठासीन अधिकारी मतदाताओं को यह कहता हुआ वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दो नंबर पर बटन दबा दो, जो भाजपा की चुनाव चिन्ह है।
कमलनाथ ने यह भी आरोप लगाया कि लहार विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम में तोड़फोड़ की। कमलनाथ ने बताया कि हमने चुनाव आयोग से चुनाव के बारे में 50 शिकायतें की हैं।
कांग्रेस को ईवीएम में छेड़छाड़ होने की आशंका
एमपी के देवास जिले में 28 नवंबर को मतदान होने के बाद जिले की पांचों विधानसभाओं के प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो चुका है। मतगणना 11 दिसंबर को होना है और ईवीएम मशीनों को बीएनपी परिसर स्थित केंद्रीय विद्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूमों में रखवाया गया है।
कांग्रेस को ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका है। इसके साथ ही वेब कैमरों से हो रही निगरानी को भी पारदर्शिता पूर्ण करवाने की चाह भी कांग्रेस को है। इसके लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त निर्वाचन आयोग नई दिल्ली को पत्र लिखकर मांग की गई है कि पारदर्शिता बरतते हुए सभी प्रत्याशियों व आमजन को वेब कैमरों के एक्सेस कोड उपलब्ध करवाए जाएं जिससे आमजन भी अपने वोटों की सुरक्षित स्थिति देख सकें।
ऐसा कार्य पिछले चुनावों में किया जा चुका है। इसके साथ ही स्ट्रांग रूमों में एंटी हैकिंग जैमर भी लगाया जाए जिससे मशीनों से किसी प्रकार की छेडख़ानी न हो सके।