गाजियाबाद: शनिवार सुबह गाजियाबाद जा रहे एक ट्रक में लदे 60 से अधिक रसोई गैस सिलेंडर फट गए। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब 4 बजे आग लगने के कारण हुआ, जो संभवतः सिलेंडरों में घर्षण के कारण हुआ। अग्निशमन विभाग ने बताया, "आस-पास की कम से कम चार फर्नीचर की दुकानें राख में बदल गईं और पास में खड़ी कुछ गाड़ियां भी जल गईं।"
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि आग बुझाने में आठ दमकल गाड़ियों को लगभग 90 मिनट लगे, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। विस्फोट और उसके बाद मची अफरातफरी के कारण आस-पास के निवासी सुरक्षित स्थानों की ओर भागे, जिनमें से कई लोग अपने घरों से भाग गए।
अधिकारियों के अनुसार, आग लगने पर ड्राइवर ने ट्रक को पेट्रोल पंप के पास पार्क कर दिया। कुछ ही देर बाद धमाके हुए, जिससे कर्मचारियों को पंप छोड़कर भागना पड़ा, जिसे बाद में बंद कर दिया गया। आग बुझाने में आठ दमकल गाड़ियों को लगभग 90 मिनट लगे, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ सिलेंडर पेट्रोल पंप परिसर में गिरे, लेकिन वे फटे नहीं। भाजपा की जिला इकाई के पदाधिकारी दिनेश कसाना ने दावा किया कि करीब 100 सिलेंडर फटे। भाजपा के लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने विस्फोट की जांच की मांग की।
उन्होंने कहा, "गैस रिफिलिंग प्लांट के अधिकारियों को दंडित किया जाना चाहिए। यह हिंडन एयरबेस के लिए खतरा हो सकता है।" उनका इशारा विस्फोट स्थल से हवाई मार्ग से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित एयरबेस की ओर था।