Modi Cabinet Expansion: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मई 2019 में दूसरे कार्यकाल के लिए पदभार ग्रहण करने के बाद बुधवार को अपने मंत्रिपरिषद में पहला फेरबदल करने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश सहित अगले साल की शुरुआत में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव है, वहां से अधिक लोग मंत्री बनेंगे। सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अपना प्रतिनिधित्व बढ़ा सकता है। माना जा रहा है कि जद (यू) और अपना दल जैसे बीजेपी के सहयोगी दलों को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
कैबिनेट में 4 पूर्व मुख्यमंत्री होंगे
केंद्रीय मंत्रिमंडल में 81 सदस्य हो सकते हैं। वर्तमान में 53 मंत्री हैं। 28 नए चेहरों को जोड़ने की गुंजाइश है। आरके सिंह, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर, मनसुख मंडाविया, पुरुषोत्तम रुपाला को आज की कैबिनेट में फेरबदल की कवायद के दौरान पदोन्नत किए जाने की संभावना है। कैबिनेट में 4 पूर्व मुख्यमंत्री होंगे।
पश्चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर शामिल
प्रधानमंत्री आवास पहुंचने वालों में भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, हरियाणा के सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट, कर्नाटक के उडुपी चिकमगलूर से सांसद शोभा करंदलाजे, महाराष्ट्र के बीड से सांसद प्रीतम मुंडे, उत्तर प्रदेश के खीरी से सांसद अजय मिश्रा और पश्चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर शामिल हैं।
इनके अलावा केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला भी प्रधानमंत्री आवास में मौजूद हैं। माना जा रहा है कि इन मंत्रियों की पदोन्नति हो सकती है। सहयोगी दलों में से जनता दल (यूनाइटेड) के आरसीपी सिंह, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल और लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के पशुपति पारस भी प्रधानमंत्री आवास पहुंचने वाले नेताओं में शामिल हैं।
पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे सभी नेता, शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में, मंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं।
मौजूदा मंत्रिपरिषद में कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 81 हो सकती है।