मॉब लिंचिंगः बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने विक्षिप्त युवक को पीट-पीटकर किया अधमरा, बचाने पहुंची पुलिस को भी पीटा
By एस पी सिन्हा | Published: August 2, 2019 05:13 PM2019-08-02T17:13:50+5:302019-08-02T17:13:50+5:30
मॉब लिंचिंग बिहारः परसा बाजार थाना पुलिस ने विक्षिप्त युवक को इलाज के लिए पीएमसीएच भेज दिया है. अब पुलिस भीड़ का हिस्सा बनकर उस युवक की पिटाई करने में शामिल लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तारी की कार्रवाई में जुट गई है.
बिहार में लोगों का कानून के रखवालों पर से भरोसा उठ सा गया है, शायद यही कारण है कि अब लोग कानून को खुद अपने हांथों में लेने लगे हैं. इसी कड़ी में सीबे में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में इजाफा होता जा रहा है. ताजा मामला राजधानी पटना के परसा बाजार थाना क्षेत्र के रहीमपुर गुमटी के पास मॉब लिंचिंग का है, यहां जमा भीड़ ने बच्चा चोरी के आरोप में एक 40 साल के विक्षिप्त युवक की जमकर पिटाई कर अधमरा कर दिया. हालांकि, कुछ ही देर में पुलिस भी वहां पहुंच गई. लेकिन आक्रोशित भीड़ का गुस्सा कम नहीं हुआ.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बच्चा चोर की पिटाई मामले की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामीणों की भीड़ विक्षिप्त युवक पर टूट पड़ी. आक्रोशित लोगों से छुड़ाने पहुंचे थानेदार जयप्रकाश समेत कई पुलिस कर्मियों की भी भीड़ ने पिटाई कर दी. इतना ही नहीं, आक्रोशित लोगों का गुस्सा पुलिस वाहन पर भी टूटा और पुलिस जिप्सी को क्षतिग्रस्त कर दिया. भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं. पुलिस जीप में बैठाए गए आरोपित युवक को आक्रोशित भीड़ किसी तरह कब्जे में लेना चाहती थी. पुलिस ने भीड़ से युवक को छुड़ाकर थाने ले गई.
वहीं, पूछताछ में पता चला कि परसा बाजार स्टेशन के आसपास काफी दिनों से यह विक्षिप्त युवक भटकता दिखाई दे रहा था. आज सुबह कुछ शरारती तत्वों ने विक्षिप्त युवक को पीटने लगे. साथ ही बच्चा चोरी का आरोप लगा कर घुमाने लगे. इस दौरान भीड़ बढ़ती गई और जो कोई भी आया विक्षिप्त की पिटाई करने लगा.
वहीं, परसा बाजार थाना पुलिस ने विक्षिप्त युवक को इलाज के लिए पीएमसीएच भेज दिया है. अब पुलिस भीड़ का हिस्सा बनकर उस युवक की पिटाई करने में शामिल लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तारी की कार्रवाई में जुट गई है. घटना के संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों ने गलत किया है क्योंकि, अगर उन्हें किसी प्रकार का शक था, तो उन्हें सबसे पहले पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी.