महाराष्ट्र के औरंगाबाद में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यलय के बाहर एक विवादित पोस्टर लगा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा लगाए गए पोस्टर में लिखा है, अवैध पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में सही जानकारी देने वाले मुखबिरों को 5 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। पोस्टर पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे की तस्वीर भी लगी है। कुछ दिनों पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक रैली में घुसपैठियों को बाहर निकालने की मांग भी की थी।
23 जनवरी को एक रैली में राज ठाकरे ने कहा था, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) पाकिस्तान और बांग्लादेश के अवैध घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने की मांग करता है। उन्होंने कहा था, ‘मैं मराठी हूं और हिंदू भी। मैंने अपना धर्म नहीं बदला है। अगर मेरे अंदर के मराठी को छेड़ने की कोशिश होगी तो मैं मराठी के रूप में उस आदमी के पीछे पड़ जाऊंगा और यदि कोई मेरे अंदर के हिंदू को छेड़ता है तो उसके पीछे हिंदू की तरह पड़ जाऊंगा।’
उन्होंने दावा किया था, ‘हम बड़े आंतरिक खतरे (अवैध घुसपैठियों) का सामना कर रहे हैं और भारतीय सैनिकों को सीमा पर (दुश्मन से) लड़ने के बजाय उनसे लड़ना पड़ सकता है।’’ राज ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा, ‘कुछ लोगों ने मुझसे कहा कि प्रदर्शन के पीछे कारण हैं कि वे अनुच्छेद 370 हटाये जाने से नाराज हैं, राम मंदिर फैसले पर नाराजगी है और उसे गुस्से को जाहिर किया जा रहा है।’ उन्होंने सवाल किया कि प्रदर्शनों में भाग लेने वाले कितने मुस्लिम भारतीय हैं।
राज ठाकरे ने कहा, ‘और अगर भारतीय मुस्लिम उनका (विदेशियों का) समर्थन कर रहे हैं तो हम उनका समर्थन क्यों करें?’’ घुसपैठियों को देश से निकालने की बात करते हुए मनसे अध्यक्ष ने भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली ‘समझौता एक्सप्रेस’ को भी रोकने की बात कही।
राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होकर 2006 में अपनी पार्टी बनाई थी। शिवसेना को भी उसकी हिंदुत्व की विचारधारा के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन उद्धव की अगुवाई वाली पार्टी ने पिछले साल भाजपा से अलग होकर महाराष्ट्र में कांग्रेस तथा राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।