"आत्मसम्मान नहीं रहा तो दे दूंगा इस्तीफा" कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायक बीआर पाटिल ने दी अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी
By अनुभा जैन | Published: July 29, 2023 12:14 PM2023-07-29T12:14:54+5:302023-07-29T16:47:26+5:30
बता दें कि वरिष्ठ विधायक और कलबुर्गी के एटलैंड तालुक से विधायक बी. आर. पाटिल ने सीएम सिद्धारमैया को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर किसी अहंकारी मंत्री से उनके स्वाभिमान को खतरा होगा तो वह इस्तीफा दे देंगे।
बेंगलुरु: “अगर स्वाभिमान नहीं रहा तो इस्तीफा दे दूंगा।“ वरिष्ठ विधायक और कलबुर्गी के एटलैंड तालुक से विधायक बी. आर. पाटिल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को चेतावनी दी और बेंगलुरु में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी दी है।
विधायक पाटिल ने सीएम से क्या कहा है
पाटिल ने विधायकों पर भरोसा न दिखाने के लिए मंत्रियों की आलोचना की। उन्होंने सीएम से कहा कि अगर किसी अहंकारी मंत्री से उनके स्वाभिमान को खतरा होगा तो वह इस्तीफा दे देंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि विधायकों का गुस्सा यह है कि जिले के मंत्री चीजों को नियंत्रित और प्रभावित करते हैं। उन्होंने विधायकों के भाषण पर भी रोक लगा दी है।
कर्नाटक गृह मंत्री ने विधायक पाटिल के इस्तीफे पर क्या कहा है
वहीं, गृह मंत्री जी.परमेश्वर ने बी. एस. पाटिल के इस्तीफे की धमकी से इनकार किया है। कांग्रेस विधायकों ने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए विशेष अनुदान की मांग की और चेतावनी दी कि यदि मंत्रियों के व्यवहार में सुधार नहीं हुआ, तो भविष्य में समस्याएं होंगी।
सीएम और उपमुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं को क्या कहा है
मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि हमारा सारा लक्ष्य लोकसभा चुनाव होना चाहिए। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमा ने कहा है कि पार्टी में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे विधायकों को विपक्षी सर्वेक्षणों को नहीं सुनना चाहिए, भाजपा और अन्य दल जानबूझकर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
विधायकों की सलाह पर विधानमंडल सत्र में पत्र को लेकर गंभीर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बैठक में विधायकों को निर्देश दिया कि वे खुला पत्र लिखकर शर्मिंदगी पैदा करने के बजाय सीधे उनसे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों को खुले बयान, पत्र और विवादास्पद खबरें फैलाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। इससे लोकसभा चुनाव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
पत्र लिखने पर क्या बोले नेता
बता दें कि बी. आर. पाटिल, बसवराज रायरेड्डी ने पत्र लिखने की बात स्वीकार की है और कहा है कि इसके पीछे कोई दुर्भावना नहीं थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए पत्र लिखा था और यह एक आंतरिक लोकतंत्र है।
जब सीएम ने सवाल किया कि पत्र कैसे लीक हुआ तो विधायक पाटिल ने जवाब दिया "मेरा लीक से कोई लेना-देना नहीं है।" पाटिल को विधायकों, विनय कुलकर्णी, सीएस नादगौड़ा, हमापनागौड़ा बदरली, यशवंतराय गौड़ा पाटिल और कुछ अन्य का समर्थन भी मिला है।
सीएम सिद्धारमैया ने पार्टी नेता को यह आश्वासन दिया है
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उन्हें आश्वासन दिया है कि “उन्होंने जिलों में मासिक बैठकें आयोजित करके विधायकों की शिकायतों को दूर करने और निगम और संगठन बोर्डों में 50 प्रतिशत पदों पर विधायकों को नियुक्त करने का निर्णय लिया है। बाकी 50 प्रतिशत पार्टी कार्यकर्ता होंगे।“
गौर करने वाली बात यह है कि सभी मंत्रियों ने 2 अगस्त को नई दिल्ली में एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने को कहा है।