मिजोरमः बेरोजगार डाक्टर, नर्सिंग छात्र स्वयं सेवक के तौर पर दे रहे हैं सेवाएं
By भाषा | Updated: May 12, 2021 22:49 IST2021-05-12T22:49:10+5:302021-05-12T22:49:10+5:30

मिजोरमः बेरोजगार डाक्टर, नर्सिंग छात्र स्वयं सेवक के तौर पर दे रहे हैं सेवाएं
आइजोल, 12 मई कोविड-19 संकट के दौरान जब मिजोरम मानव बल की कमी का सामना कर रहा है ऐसे में करीब 400 लोग जिनमें अधिकतर बेरोजगार चिकित्सक, नर्सिंग छात्र और लैब तकनीशियन हैं, महामारी से मुकाबले में सरकार की मदद कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक (योजना) डॉक्टर लालजेपुई ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राज्य सरकार ने मानव बल की कमी को पूरा करने के लिए नर्सिंग और चिकित्सा संस्थानों से स्वयंसेवकों की मदद ली।
उन्होंने कहा कि करीब 412 स्वयंसेवक वर्तमान में कोविड-19 से जुड़े कार्यों में मदद कर रहे हैं। इनमें 37 प्रशिक्षित चिकित्सक, 144 नर्स, 97 स्वास्थ्य कर्मी, 91 लैब तकनीशियन, फार्मासिस्ट, डायलिसिस तकनीशियन शामिल हैं।
लालजेपुई के अनुसार करीब 900 चिकित्सकों, नर्सों और मेडिकल छात्रों ने पिछले साल महामारी से मुकाबले में स्वयंसेवक के तौर पर अपना योगदान दिया।
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