लाइव न्यूज़ :

जल शक्ति मंत्रालय ने स्कूलों को नल से जल उपलब्ध कराने की समय सीमा बढ़ा कर 31 मार्च की

By भाषा | Updated: February 20, 2021 23:02 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 20 फरवरी स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और आश्रमशालाओं को नल से जल का ‘कनेक्शन’ उपलब्ध कराने के जल शक्ति मंत्रालय के 100 दिनों के विशेष अभियान की समय सीमा बढ़ा कर 31 मार्च तक कर दी गई है। मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय ने कहा कि कुछ राज्यों ने इस कार्य को पूरा करने के लिए और अधिक समय लगने का संकेत दिया, जिसके बाद उसने (मंत्रालय ने) यह कदम उठाया है।

जल जीवन मिशन दो अक्टूबर 2020 को शुरू किया गया था।

मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘‘कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने संकेत दिया कि उन्हें इस कार्य को पूरा करने के लिए और समय की आवश्यकता है। इस पर विचार करते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने अभियान की समय सीमा बढ़ा कर 31 मार्च 2021 कर दी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतNew Year 2026: किस देश में सबसे पहले मनाया जाता है नये साल का जश्न? जानें सबसे आखिरी में कौन सा देश नए साल का करता है स्वागत

क्रिकेटमेलबर्न क्रिकेट ग्राउंडः ‘बॉक्सिंग डे’ पर टूटे रिकॉर्ड, 94199 दर्शक पहुंचे, 2015 विश्व कप फाइनल के समय पहुंचे थे 93013, वीडियो

क्राइम अलर्टक्रिसमस में एक साथ शराब पी, झगड़ा होने पर दोस्त सौजन ने फ्रेंड रॉबिन थॉमस पर पत्थर से हमलाकर मार डाला

पूजा पाठMeen Rashifal 2026: शनि की वक्री चाल मीन राशिवालों कर सकती है परेशान, पढ़ें अपना वार्षिक राशिफल

कारोबारवैश्विक बाजारों की उथल-पुथल के बीच Zest AMC का दमदार प्रदर्शन, 2024 में 72.4% ऑडिटेड रिटर्न के साथ?

भारत अधिक खबरें

भारत2006 से लालू परिवार का था ठिकाना?, 10 सर्कुलर रोड से विदाई शुरू?, राबड़ी देवी ने चुपचाप घर खाली करना शुरू किया, रात के अंधेरे में सामान हो रहा शिफ्ट?

भारतजान्हवी कपूर से लेकर काजल अग्रवाल तक..., सेलेब्स ने बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या पर खोचा मोर्चा

भारतYear Ender 2025: ऑपरेशन सिंदूर से लेकर एशिया कप तक..., भारत-पाक के बीच इस साल हुए कई विवाद

भारतबांग्लादेशी पर्यटकों के लिए सिलीगुड़ी के होटलों में एंट्री बंद, लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अटैक का किया विरोध

भारतअरावली पर्वतमाला राष्ट्रीय धरोहर, बचाना जरूरी