अप्रैल के महीने में 660 लाख टन के पार पहुंचा देश का कुल कोयला उत्पादन, जानें पूरा मामला
By मनाली रस्तोगी | Published: May 3, 2022 02:42 PM2022-05-03T14:42:19+5:302022-05-03T14:43:50+5:30
कोयला मंत्रालय का कहना है कि इस साल अप्रैल के महीने में भारत का कुल कोयला उत्पादन 661.54 लाख टन तक पहुंच गया. कोल इंडिया ने इस वर्ष अप्रैल के दौरान सर्वाधिक 534.7 लाख टन उत्पादन हासिल किया है, जो 6.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
नई दिल्ली: देश में कोयला और बिजली संकट को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड को लेकर कोयला मंत्रालय का मंगलवार को बयान सामने आया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने मंत्रालय के हवाले से बताया कि इस साल अप्रैल के महीने में भारत का कुल कोयला उत्पादन 661.54 लाख टन तक पहुंच गया. कोल इंडिया ने इस वर्ष अप्रैल के दौरान सर्वाधिक 534.7 लाख टन उत्पादन हासिल किया है, जो 6.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
During the month of April, 2022 India’s total coal production touched 661.54 lakh tons. Coal India has achieved the highest production of 534.7 lakh ton during April this year indicating 6.02 percent growth : Ministry of Coal
— ANI (@ANI) May 3, 2022
बता दें कि देश में गर्मी बढ़ने के साथ बिजली की मांग में इजाफा हुआ है. दूसरी तरफ, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते आयातित कोयला महंगा होने के मद्देनजर ईंधन की कमी से कुछ बिजलीघरों के उत्पादन पर असर पड़ा है. उत्पादन में कमी के चलते कई राज्यों में बिजली कटौती की जा रही है. इससे औद्योगिक गतिविधियों के साथ आम जनजीवन पर भी असर पड़ रहा है. ऐसे में कोयले की कमी को लेकर अब इसपर सियासत भी शुरू हो गई है. यही कारण है कि विपक्षी नेता लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं.
यही नहीं, देश के विभिन्न हिस्सों में बिजली संकट के मद्देनजर कोयला माल ढुलाई बढ़ाने के लिए रेलवे अब तक कई यात्री रेलगाड़ियों को रद्द कर चुका है. वहीं, यात्री रेलगाड़ियों के रद्द हो जाने से छत्तीसगढ़, ओड़िशा, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे कोयला उत्पादक राज्यों से आने-जाने वाले लोगों को असुविधा हो रही है. मालूम हो, देश के बिजलीघरों में कोयले की बढ़ती मांग के बीच सार्वजानिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन पिछले महीने 27 प्रतिशत बढ़ा है.