दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने सोमवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी है। ज़मानत मिल जाने के बाद पत्रकार प्रिया रमानी ने 'अगली तारीख 10 अप्रैल है, जिसमें मुझ पर लगाए आरोप तय किए जाएंगे।उसके बाद ही मेरा पक्ष सुना जाएगा।सच्चाई ही मेरा बचाव होगा।'
इससे पहले की सुनवाई में कोर्ट ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को एक आरोपी के तौर पर तलब किया था। जिसके बाद सोमवार को प्रिया रमानी कोर्ट में पेश हुईं। मी टू अभियान के दौरान प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। रमानी ने आरोप लगाया था कि अकबर ने तकरीबन 20 साल पहले उनका यौन उत्पीड़न किया था। इन आरोपों का अकबर ने खंडन किया था।
तकरीबन 20 महिलाओं ने उनके खिलाफ लगाए यौन शोषण के आरोप
पिछले कुछ दिनों में एमजे अकबर पर पत्रकार प्रिया रमानी के अलावा यूके बेस्ड पत्रकार रुथ डेविड, यूएस बेस्ड पत्रकार डीपी कांप , सबा नकवी, संपादक गज़ाला वहाब, सुतापा पॉल, शुमा राहा, फ्रीलांस जर्नलिस्ट कनिका गहलोत, प्रेरणा सिंह बिंद्रा, कादंबरी वेड, सुपर्णा शर्मा सहित तकरीबन 20 महिलाओं ने अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
इस्तीफे की उठी थी मांग
इन आरोपों के बाद विपक्षी पार्टियों ने अकबर से इस्तीफे की मांग की थी। कांग्रेस का कहना था कि मोदी कैबिनेट को अकबर को अपने पद ने हटा देना चाहिए। कई शिकायतकर्ताओं के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों ने भी तत्काल अकबर के इस्तीफे का स्वागत किया है।