धौलपुर/आगरा, 26 नवंबर केन्द्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में होने वाले विरोध प्रदर्शन में भाग लेने जा रहीं सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को बृहस्पतिवार तड़के उत्तर प्रदेश की सीमा में जाने से रोक दिया गया। पाटकर व उनके समर्थक मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठ गए जिससे आवागमन बंद हो गया।
धौलपुर जिला कलेक्टर आर के जायसवाल ने 'भाषा' को बताया कि महाराष्ट्र से दिल्ली जा रहीं सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर अपने 400 समर्थकों के साथ अभी भी राजस्थान की सीमा पर बरैठा चौकी के पास आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठी हैं और राजमार्ग पर यातायात बंद है। उन्हें उत्तर प्रदेश में जाने की स्वीकृति नहीं दी गई है।
इससे पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों द्वारा धरना और प्रदर्शन किए जाने से वाहनों की लंबी कतार लग गई। देर शाम तक धौलपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौके पर डेरा डाले हुए थे तथा पाटकर से बातचीत चल रही थी। दिल्ली में किसानों के प्रस्तावित प्रदर्शन में भाग लेने के लिए पाटकर बुधवार रात अपने समर्थकों के साथ निजी वाहनों से मध्य प्रदेश की सीमा चंबल से धौलपुर होकर गुजरीं।
वहीं, आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने कहा कि पाटकर को सुरक्षा की दृष्टि से रोका गया।
बृहस्पतिवार तड़के जैसे ही पाटकर का काफिला उत्तर प्रदेश सीमा बरैठा पंहुचा तो आगरा के जिला प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। सीमा पर रोके जाने से मेधा पाटकर के समर्थक नाराज होकर आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठ गए जिससे वहां जाम लग गया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।