नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी की दिल्ली नगर निगम चुनाव में जीत भले ही उतनी बड़ी न हुई हो जितनी की उसे अपेक्षा थी, लेकिन पार्टी में खुशी की लहर ऐसी है मानो उसने एक और राज्य में विधानसभा चुनाव जीत लिया हो. आखिर अपने 10 साल के अस्तित्व में उसने पहली बार भाजपा को हरा दिया है.
इससे पहले वह दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को हराकर सत्ता में आई थी. 2020 में दिल्ली में दोबारा चुनाव जीतकर उसने एंटी इनकंबेंसी पर विजय पाई थी. लेकिन आज तक वह कभी भी ऐसे किसी राज्य या नगर निगम में नहीं जीती थी जहां भाजपा का शासन हो.
आम आदमी पार्टी को इस बात का भी अफसोस है कि वह 18 सीटें 500 से कम वोट से हारी. अलीपुर सीट पर उसका प्रत्याशी केवल 91 वोट से हारा तो बुराड़ी में 173, पांडव नगर में 240, मंडावली 186, केशवपुर 176, शकरपुर 104 और रघुबीर नगर केवल 146 वोट से हारी.
आप नेताओं का मानना है कि भाजपा द्वारा चुनाव के दौरान केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के तिहाड़ जेल में मसाज कराते वीडियो, सीबीआई और ईडी द्वारा मारे गए छापों, कथित शराब घोटाले को लेकर किए गए प्रचार, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों, 17 केंद्रीय मंत्रियों सहित दसियों वरिष्ठ भाजपा नेताओं और संघ कार्यकर्ताओं द्वारा गली-गली किए प्रचार की वजह से भी उसे नुकसान उठाना पड़ा. अब तीन स्तरीय व्यवस्था में दिल्ली नगर निगम और राज्य सरकार आम आदमी पार्टी के पास है जबकि केंद्र में भाजपा का शासन है.
आप नेताओं को आशंका है कि अब उपराज्यपाल के जरिए भाजपा केजरीवाल सरकार को और परेशान करेगी. लेकिन उन्हें उम्मीद है कि नगर निगम चुनाव में मिली भारी सफलता का असर उसे डेढ़ वर्ष बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सीटों पर मिलेगा.
कांंग्रेस गिरी, आप उठी
पिछले नगर निगम चुनाव के मुकाबले आम आदमी पार्टी का मत प्रतिशत 16% बढ़ा है जबकि भाजपा को भी 3% मतों का लाभ हुआ है. वहीं कांग्रेस को लगभग 10% वोटों का नुकसान हुआ है. आम आदमी पार्टी को मिला अतिरिक्त वोट निर्दलीयों और अन्य दलों से आया है.
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में यह था हाल
पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस बार भाजपा का मत 1% बढ़ा है जबकि आप का वोट शेयर 12% गिरा है. वहीं 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले बीजेपी का वोट शेयर 15% गिरा है तो आपका 24% बढ़ा है.
केवल एक सीट पर हारी भाजपा
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार जिन 9 सीटों पर जीते थे उनमें से केवल एक सीट पर भाजपा उम्मीदवार हारे हैं. दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी की बदरपुर सीट के 5 में से 4 वार्ड में आम आदमी पार्टी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. अन्य आठों सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों का प्रदर्शन अच्छा रहा.
आपने कोई अहम सीटें
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन और चर्चित विधायक अमानतुल्लाह खान जैसे बड़े नेताओं के चुनाव क्षेत्र में आम आदमी पार्टी ने बड़ा नुकसान उठाया. जैन की सीट पश्चिम विहार के तहत आने वाली तीन वार्डो में भाजपा ने जीत दर्ज की है, सिसोदिया की सीट पटपड़गंज के तहत आने वाले 4 में से सिर्फ 1 वार्ड में आप ने जीत दर्ज की है.
इसी तरह नगर निगम चुनाव में आप के प्रभारी गोपाल राय की सीट बाबरपुर के तहत आने वाले 4 वार्डों में से आपने सिर्फ एक सीट जीती है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की सीट नजफगढ़ और अमानतुल्लाह खान की ओखला सीट के तहत आने वाले चार-चार वार्डों में से एक भी वार्ड में आप जीत नहीं पाई.