जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलाए जाने पर भड़कीं मायावती, कहा- दंगे, हिंसा के दोषियों, भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई के बजाय गरीबों पर बुलडोजर चला रही सरकार
By अनिल शर्मा | Updated: April 21, 2022 11:15 IST2022-04-21T11:00:44+5:302022-04-21T11:15:05+5:30
बसपा प्रमुख ने कहा कि सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्ती करनी चाहिये जिनके भ्रष्टाचार की वजह से ही अवैध निर्माण हो रहे हैं। मायावीत इस बाबत एक के बाद एक ट्वीट किए।

जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलाए जाने पर भड़कीं मायावती, कहा- दंगे, हिंसा के दोषियों, भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई के बजाय गरीबों पर बुलडोजर चला रही सरकार
लखनऊः बसपा प्रमुख मायावती ने हिंसा के बाद जहांगीरपुरी में एनडीएमसी द्वारा चलाए गए अतिक्रमण अभियान (बुलडोजर) को लेकर काफी नाराजगी जाहिर की है। मायावती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुरी सहित देश के अन्य राज्यों में भी अवैध निर्माण की आड़ में जो बुलडोजर चलाये जा रहे हैं जिसमें गरीब लोग भी प्रभावित हो रहे हैं।
बसपा प्रमुख ने कहा कि सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्ती करनी चाहिये जिनके भ्रष्टाचार की वजह से ही अवैध निर्माण हो रहे हैं। मायावीत इस बाबत एक के बाद एक ट्वीट किए। उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि देश में जहां भी दंगे व हिंसा होती है तो वहाँ कार्रवाई के नाम पर तुरन्त बुलडोजर चलाया जाए, जिसमें गरीब लोग भी पिस रहे हैं, यह उचित नहीं। बसपा प्रमुख ने कहा कि जो मूल दोषी हैं उनके विरुद्ध ही सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये।
मायावती ने केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में धर्म के इस्तेमाल से देश में आपसी सद्भाव खत्म होंगे और देश विरोधी ताकतें इसका गलत फायदा उठा सकती हैं। बकौल बसपा प्रमुख- धर्म को भी इसके लिए इस्तेमाल करना, तो इससे देश में आपसी सद्भाव खत्म होगा तथा इसका देश विरोधी ताकतें भी गलत फायदा उठा सकती हैं। इस मामले में भी सरकारों को जरूर सोचना चाहिए। बी.एस.पी. की यह सलाह।
गौरतलब है कि हनुमान जयंती पर शोभायात्रा पर पथराव और हिंसा के बाद जहांगीरपुरी में अतिक्रमण अभियान चलाया गया। इलाके में सरकार द्वारा बुलडोजर कार्रवाई को चुनौती देने के लिए माकपा नेता और पर्व राज्यसभा सांसद बृंदा करात ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अधिकारी विध्वंस अभियान दोपहर जारी रखे।