नई दिल्ली: जमीयत-उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना महमूद असद मदनी शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को दुश्मनी भुलाकर गले लगने का न्यौता दिया है। मदनी ने कहा, हम आरएसएस और उसके सर संघचालक को न्योता देते हैं, आइए आपसी भेदभाद व दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे को गले लगाए और देश को दुनिया का सबसे शक्तिशाली मुल्क बनाए। उन्होंने कहा, हमें सनातन धर्म के फरोग (रोशनी) से कोई शिकायत नहीं है। आपको भी इस्लाम के फरोग से कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए।
मौलाना ने कहा, आरएसएस और भाजपा से हमारी कोई मजहबी अदावत (दुश्मनी) नहीं है। हमारे नजर में हिंदु व मुसलमान बराबर हैं,हम इंसान के दरमियान कोई फर्क नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि, जमियत ए उलेमा की पॉलिसी रही है कि भारत के तमाम शहरी बराबर हैं, इनके बीच भेदभाव नहीं होना चाहिए।
मौलाना मदनी दिल्ली के रामलीला मैदान में संगठन के महाधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। जमीयत का महाधिवेशन मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में रामलीला मैदान में शुरू हुआ है। महाधिवेशन का पूर्ण सत्र रविवार को आयोजित होगा। इस दौरान उन्होंने मांग की है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वालों को सजा देने के लिए एक अलग कानून बनाया जाए।