लाइव न्यूज़ :

उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाने पर मार्गरेट अल्वा की ममता बनर्जी को सलाह- TMC का फैसला निराशाजनक, ये समय अहंकार का नहीं

By मनाली रस्तोगी | Updated: July 22, 2022 17:35 IST

ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करेगी क्योंकि 6 अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार पर उसके इनपुट नहीं मांगे गए थे।

Open in App
ठळक मुद्देटीएमसी का कहना है कि पार्टी को लूप में रखे बिना विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा करने की प्रक्रिया से वो असहमत है।मार्गरेट अल्वा की उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने के टीएमसी के फैसले को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है।मार्गरेट अल्वा का कहना है कि टीएमसी का फैसला निराशाजनक है।

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया। पार्टी का कहना है कि विपक्षी दलों द्वारा मार्गरेट अल्वा का नाम उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया, लेकिन इसके बारे में टीएमसी से राय नहीं ली गई। ऐसे में टीएमसी का कहना है कि पार्टी को लूप में रखे बिना विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा करने की प्रक्रिया से वो असहमत है।

इस बीच राजस्थान की पूर्व राज्यपाल और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा की उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने के टीएमसी के फैसले को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का टीएमसी का फैसला निराशाजनक है। यह 'क्या बात', अहंकार या क्रोध का समय नहीं है। यह साहस, नेतृत्व और एकता का समय है। मेरा मानना ​​है कि ममता बनर्जी, जो साहस की प्रतीक हैं, वो विपक्ष के साथ खड़ी रहेंगी।"

विपक्षी दलों ने 17 जुलाई को राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में नामित करने का फैसला किया था। एनडीए ने छह अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि विपक्षी उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए उनकी पार्टी को परामर्श और विचार-विमर्श का हिस्सा नहीं बनाया गया।

बनर्जी ने कहा कि हम टीएमसी को लूप में रखे बिना विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा करने की प्रक्रिया से असहमत हैं। हमसे न तो कोई सलाह ली गई और न ही हमसे किसी बात पर चर्चा की गई। इसलिए हम विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन नहीं कर सकते। उन्होंने ये भी कहा था कि एनडीए उम्मीदवार, विशेष रूप से धनखड़ का समर्थन करने का कोई सवाल ही नहीं है, जिनका जुलाई 2019 में राज्य का राज्यपाल बनने के बाद से ममता बनर्जी सरकार के साथ लगातार टकराव रहा है। 

पीटीआई के अनुसार, बनर्जी ने कहा कि एनडीए उम्मीदवार खासकर जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में टीएमसी सांसदों ने सर्वसम्मति से उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया। टीएमसी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए कुछ नामों का सुझाव दिया था और चर्चा चल रही थी लेकिन "अचानक एक उम्मीदवार की घोषणा की गई"। बनर्जी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के फैसले से विपक्षी एकता प्रभावित नहीं होगी और इससे एनडीए उम्मीदवार को भी मदद नहीं मिलेगी।

टॅग्स :मार्गरेट अल्वाTrinamool Congressममता बनर्जीभारत के उपराष्ट्रपति
Open in App

संबंधित खबरें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतक्या नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे अभिषेक बनर्जी?, 2026 में बन सकते पश्चिम बंगाल सीएम?

भारतWest Bengal Vidhan Sabha 2026: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बनाम पीएम नरेंद्र मोदी

भारत'अगर आप मुझे टारगेट करेंगे, तो मैं भारत को हिला दूंगी': ममता बनर्जी ने SIR के खिलाफ देशव्यापी यात्रा की चेतावनी दी | VIDEO

भारत2025-2026-2027?, राहुल गांधी-तेजस्वी यादव के बाद अगला नंबर ममता दीदी और फिर सपा बहादुर अखिलेश यादव का?, केशव प्रसाद मौर्य ने पोस्ट में लिखा, पढ़िए

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई