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ओडिशा में माओवादियों ने ली पत्रकार की जान

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 5, 2022 18:13 IST

पत्रकार रोहित बिस्वाल का पैर उस जगह पर पड़ गया, जहां माओवादियों ने आईईडी विस्फोटक दबाया था। विस्वाल के पैर दबाव के कारण विस्फोट हो गया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। 

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ठळक मुद्देधमाके में मारे गये पत्रकार रोहित बिस्वाल ओडिशा के दैनिक धारित्री में काम करते थे माओवादियों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार के लिए लोगों को चेतावनी देते हुए पोस्टर लगाये थेपत्रकार बिस्वाल धमकी भरे पोस्टर को करीब से देखने के लिए उसकी ओर बढ़ रहे थे

कालाहांडी: माओवादियों के आईईडी विस्फोट में ओडिशा के दैनिक धारित्री के पत्रकार रोहित बिस्वाल की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक पत्रकार रोहित बिस्वाल विस्फोट के चपेट में उस वक्त आ गये वह माओवादियों के लगाये गये एक धमकी भरे पोस्टर को करीब से देखने के लिए उसकी ओर बढ़ रहे थे। इसमें तेज धमाका हुआ और बिस्वाल की इस धमाके में मौत हो गई।

माओवादी हिंसा से ग्रस्त कालाहांडी में शनिवार की दोपहर घटी इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। विस्फोट की जानकारी मिलते ही राज्य पुलिस के जवानों  के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों की भी एक टुकड़ी घटना स्थल पर पहुंच गई है। खबरों के मुताबिक माओवादियों ने आने वाले पंचायत चुनाव के बहिष्कार के लिए लोगों को चेतावनी देते हुए पोस्टर लगाये थे।

जैसे ही पत्रकार को इस तरह के पोस्टर लगे होने की जानकारी मिली वो फौरन उस जगह पर पहुंचे, जहां पोस्टर लगा था। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें पोस्टर के करीब न जाने की सलाही दी लेकिन बिस्वाल गांववालों की सलाह को अनसुना करते हुए पोस्टर के करीब जाने लगे।

उसी दौरान उनका पैर उस जगह पर पड़ गया जहां आईईडी विस्फोटक दबाया था। विस्वाल के पैर दबाव के कारण विस्फोट हो गया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। 

इस मामले में कालाहांडी के एसपी विवेक सरवाना ने बाताय कि यह घटना दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच हुई। उन्होंने कहा कि इलाके में अक्सर माओवादी धनकी भरे पोस्टर लगाते रहते हैं और कभी-कभी वो इन पोस्टरों के साथ उस स्थान पर आईईडी भी लगा देते हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस आम तौर पर ऐसे पोस्टरों को निकालने में कोई जल्दबाजी दिखाती है और बम निरोधक दस्ते के व्यापक परीक्षण के बाद ही पोस्टर के पास जाने का फैसला लिया जाता है। मामले में पुलिस जांच कर रही है कि माओवादियों ने कब इस पोस्टर को लगाया।

इसके अलावा पुलिस आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान भी चला रही है, ताकि पोस्टर लगाने वाले माओवादियों का पता लगाया जा सके।  

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