पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने उठाया पीएम नरेंद्र मोदी की भाषा पर सवाल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखा पत्र

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 14, 2018 02:01 PM2018-05-14T14:01:17+5:302018-05-14T14:52:48+5:30

इस पत्र में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अलावा कांग्रेस के अन्य सांसदों ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद की "धमकाने वाली भाषा" के बारे में चिंता जतायी है।

Manmohan Singh wrote letter to President Ram Nath Kovind Raised Question on PM Narendra Modi Language | पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने उठाया पीएम नरेंद्र मोदी की भाषा पर सवाल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखा पत्र

narendra modi and manmohan singh

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के सांसदों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा के प्रति चिंता जतायी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम मनमोहन सिंह समेत इन कांग्रेसी सांसदों ने पीएम मोदी की भाषा को "धमकाने वाला" बताया है। पत्र में कांग्रेसी सांसदों ने लिखा है कि पीएम मोदी को "अवांछित, धमकाने वाला डराने वाली" भाषा के इस्तेमाल के प्रति सचेत करने का अनुरोध किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सम्बोधित पत्र में लिखा गया है, "हमारे लोकतांत्रिक राजनीति में ये बात सोच से परे है कि सरकार के प्रमुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जो अवांछित, धमकाने और डराने वाली है।"

पूर्व मनमोहन सिंह एवं अन्य कांग्रेसी नेताओं के इस पत्र में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कर्नाटक में छह मई को एक रैली में दिये गये भाषण का जिक्र किया गया है। रैली में पीएम मोदी ने कहा था, "कांग्रेस नेता ध्यान से सुन लें, अगर आपने सीमा लांघी तो ये मोदी है। आपको कीमत चुकानी होगी।" पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने हाल ही में कर्नाटक में एक रैली में नोटबंदी और जीएसटी को जल्दबाजी में लागू करने को मोदी सरकार की दो सबसे बड़ी भूलें बताया था। पीएम मनमोहन ने कहा था, "मुझे यह देखकर दुख होता है कि जब कमियों पर ध्यान दिलाया जाता है तो कैसे इन सभी चुनौतियों से निपटने की बजाए सरकार का रवैया मतभेदों को दबाने का रहता है।"


इतिहास में फिर चूके पीएम मोदी? भगत सिंह से जेल में मिले थे नेहरू, आत्मकथा में किया मुलाकात का जिक्र

मनमोहन सिंह ने कहा था कि मोदी सरकार अपने इरादे नेक होने का दावा करती है लेकिन उनके इरादों से देश को भारी नुकसान हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था, 'विश्लेषण का अभाव भारत और हमारे सामूहिक भविष्य पर भारी पड़ रहा है।' उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के कार्यकाल में वृद्धि दर औसतन सात फीसदी थी। एक समय तो वैश्विक हालात में उतार चढ़ाव के बावजूद यह आठ फीसदी थी। उन्होंने कहा कि राजग सरकार के कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय माहौल अनुकूल है ओर तेल की कीमतें कम हैं फिर भी सब कुछ उलट है। 

हाल ही में कर्नाटक की 224 सीटों के लिए हो रहे विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान भी भारतीय पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस नेताओं के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप लगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने ने भी अपने भाषणों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर विवादित बयान दिये। पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में कहा कि जब भगत सिंह जेल में थे तो उनसे मिलने कोई कांग्रेसी नेता नहीं गया। हालाँकि बाद में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जेल में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु से मिले थे। नेहरू ने इस मुलाकात का जिक्र अपनी आत्मकथा में किया है। 

पीएम मोदी ने एक भाषण में कहा कि जनरल थिमैया को तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू और रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने अपमान किया था। कांग्रेस ने जवाब हमला करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने गलत फैक्ट दिया। 

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Web Title: Manmohan Singh wrote letter to President Ram Nath Kovind Raised Question on PM Narendra Modi Language

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