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मणिपुर हिंसा: महिलाओं ने मशाल जलाकर की कुकी विद्रोहियों के खिलाफ एक्शन की मांग

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 18, 2023 11:54 IST

मणिपुर हिंसा के विरोध में मेइती समुदाय की सैकड़ों महिलाओं ने राजधानी इंफाल में मशाल प्रदर्शन करके सरकार से शांति बहाली और कूकी विद्रोहियों के खिलाफ एक्शन की मांग की।

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ठळक मुद्देमणिपुर की राजधानी इंफाल में सैकड़ों मेइती प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मशाल के साथ प्रदर्शन किया प्रदर्शनकारी महिलाएं मशाल प्रदर्शन के जरिये सरकार से कूकी समुदाय के खिलाफ एक्शन की मांग कीप्रदर्शनकारी महिलाओं ने लगातार जारी हिंसा के लिए कूकी विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया

इंफाल: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हालात अभी भी बेहद खराब स्थिति में हैं। सूबे में लगातार बनी हुई हिंसा के माहौल में बीते शनिवार को सैकड़ों महिलाओं ने शांति बहाली के लिए एनआरसी और कुकी विद्रोही समूहों के साथ हस्ताक्षरित ऑपरेशन निलंबन (एसओओ) समझौतों को रद्द करने की मांग को लेकर राजधानी इंफाल में मशाल जलाई और मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया।

समाचार वेबसाइट डेक्कन हेराल्ड के अनुसार प्रदर्शन करने वाली महिलाओं में ज्यादातर मेइती समुदाय से संबंधित थीं, जो अपने हाथों में मशाल उठाये शांति स्थापित करने और कुकी संगठनों द्वारा "अलग प्रशासन" की मांग को खारिज करने के लिए नारे लगा रही थीं। मेइती के नेतृत्व वाली संस्था मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति (कोकोमी) द्वारा विरोध मार्च का आयोजन किया गया था।

प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया कि लगातार हिंसा जारी रहने के बावजूद सरकार अराजक तत्वों और बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही और इस कारण से हिंसा में सैकड़ों लोगों मारे गए हैं और हजारों लोग घायल हुए हैं।

प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मांग की है कि राज्य में रहने वाले "अवैध प्रवासियों" का पता लगाने के लिए मणिपुर में नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) को लागू किया जाना चाहिए। कोकोमी ने पहले कहा था कि पड़ोसी मुल्क म्यांमार से बड़ी संख्या में कुकी विद्रोही बड़ी संख्या में अवैध रूप से बस गए हैं।

महिलाओं ने कहा कि अवैध कूकी विद्रोहियों के कारण बहुसंख्यक मेइती समुदाय की पहचान को खतरा हो गया है। उनका आरोप है कि कुकी विद्रोही समूह सीधे तौर पर हिंसा में शामिल है। हालांकि कुकी संगठनों ने प्रदर्शनकारी महिलाओं के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि अरामबाई तेंगगोल और मेइती लीपुन जैसे मेइती सशस्त्र समूह कुकी लोगों को निशाना बना रहे हैं और उनकी हत्या कर रहे हैं।

इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि एनआरसी की मांग करके कुकी समुदाय को "अवैध प्रवासियों" के रूप में चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है। मालूम हो कि कुकी संगठन और 10 विधायक हिसाग्रस्त मणिपुर में कुकी समुदाय के लिए "अलग प्रशासन" की मांग कर रहे है। 

टॅग्स :मणिपुरगृह मंत्रालयImphal
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