इंफाल: हिंसाग्रस्त मणिपुर में हालात अब भी संभलने का नाम नहीं ले रहे हैं। खबरों के मुताबिक बीते सोमवार को ताजा हिंसा में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। इस दुखद घटना के अलावा शांति बहाली के लिए लगातार प्रयासरत केंद्र सरकार को उस समय भारी धक्का पहुंचा, जब मेइतेई और कुकी समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले समूहों ने कहा कि वे गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा गठित शांति समिति में भाग नहीं लेंगे।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार हिंसाग्रस्त इलाके में मोर्चा संभाले हुए पुलिस ने सोमवार को जानकारी साझा करते हुए बताया चुराचांदपुर जिले के लैलोईफाई इलाके में हुई गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह क्षेत्र घाटी में बिष्णुपुर जिले के साथ पहाड़ी जिले की सीमा पर स्थित है।
इस संबंध में चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक कार्तिक मल्लादी ने बताया कि घटना दोपहर के समय की है। गोलीबारी में मारे गये पीड़ित शख्स की पहचान 22 वर्षीय एन मुअनसांग के रूप में हुई है, जो ग्राम रक्षा स्वयंसेवक है।
गोलाबारी की यह घटना उस दिन हुई जब केंद्र द्वारा शनिवार को घोषित 51 सदस्यीय शांति समिति की प्रमुख राज्यपाल अनुसुइया उइके ने चुराचांदपुर का दौरा किया और तीन राहत शिविरों में जाकर स्थिति का जायजा लिया था। राज्य में बीते 3 मई से जारी हिंसा के बीच चुराचांपुर जिले का उनका यह पहला दौरा था।
जानकारी के अनुसार हिंसा की घटना केवल चुराचांदपुर में ही नहीं हुई बल्कि इंफाल पूर्व और कांगपोकपी जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में भी भारी गोलीबारी हुई। जिसमें कथित तौर पर आठ लोग घायल हो गए हैं।