मणिपुर हिंसा: संघ पदाधिकारी और उनके बेटे की तस्वीर महिलाओं के नग्न वायरल वीडियो के साथ जोड़कर सोशल मीडिया में फैलाया गया भ्रम, पुलिस ने दर्ज किया केस
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 24, 2023 10:32 AM2023-07-24T10:32:42+5:302023-07-24T10:37:13+5:30
मणिपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर संघ पदाधिकारी और उनके बेटे की फोटो को कथिततौर पर 4 मई के दिन महिलाओं के नग्न परेड कराने वाली भीड़ से जोड़े जाने को लेकर भ्रामक पोस्ट के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इंफाल:मणिपुर पुलिस ने हिंसा के दौरान दो महिलाओं के साथ हुई बेहद बर्बर और अमानवीय घटना में फर्जी तरीके से सोशल मीडिया पर संघ पदाधिकारी और उनके बेटे की तस्वीर पोस्ट किये जाने के मामले में केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार बीते रविवार रात को पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस का आरोप है कि सोशल मीडिया पर संघ पदाधिकारी और उनके बेटे की फोटो के जरिये भ्रम फैलाया गया कि वो दोनों कथिततौर पर 4 मई के दिन महिलाओं के नग्न परेड कराने वाली भीड़ में सीधे तौर पर शामिल थे। दोनों पिता-पुत्र की तस्वीर को कुछ लोगों द्वारा फेसबुक और ट्विटर पर जानबूझकर पोस्ट किया गया ताकि राज्य की शांति व्यवस्था को धक्का पहुंचे और लोगों के बीच हिंसक उन्माद पैदा हो।
इस संबंध में मणिपुर पुलिस ने कहा कि साइबर क्राइम पुलिस थाने को मिली शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया है कि संघ पदाधिकारी और उनके बेटे की फोटो का कोलाज बनाकर वायरल वीडियो के स्क्रीन शॉट के साथ सोशल मीडिया में पोस्ट किया गया है।
पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लोगों को भावना को चोट पहुंचाने, पिता-पुत्र की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और कानून-व्यवस्था के गंभीर उल्लंघन के इरादे से झूठी खबरें फैलाने का प्रयास किया गया है और मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की उचित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि वह इस घटना में शामिल अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
मालूम हो कि मणिपुर में दो महिलाओं के नग्न वीडियो वायरल होने से देश और दुनिया भारी सकते हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार को घटना को अमानवीय कृत्य बताते हुए घटना की कड़ी निदा की थी और कहा कि "शर्मनाक" घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मणिपुर में मई महीने से हिंसा जारी है। दरअसल कुकी को दिए जाने वाले आर्थिक लाभों में संभावित बदलावों को लेकर कुकी और मैतेई के बीच हिंसा हो रही है। हिंसा पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने मणिपुर में हजारों अर्धसैनिक और सेना की टुकड़ियों को तैनात किया है लेकिन बावजूद इसके छिटपुट स्तर पर हिंसा और हत्याओं का सिलसिला अब भी जारी है। मणिपुर हिंसा में अब तक कम से कम 125 लोग मारे गए हैं और 40,000 से अधिक लोगों को बेघर होना पड़ा है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)