Manipur: हिंसाग्रस्त मणिपुर में सुरक्षाबलों द्वारा शांति बहाली के प्रयास किए जा रहे हैं। सुरक्षा बल रोजाना उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं और इलाके से हथियारों को भी जब्त कर रहे हैं। शुक्रवार के जानकारी सामने आई कि सुरक्षा बलों ने मणिपुर के तीन जिलों से विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों के पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों को इम्फाल पूर्व, इम्फाल पश्चिम और थौबल जिलों से बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (कोइरेंग) के दो उग्रवादियों को इम्फाल पूर्व जिले के एंड्रो पार्किंग और खुरई कोंसाम लेइकाई इलाके से गिरफ्तार किया गया।
उनके पास से एक हथियार और गोलाबारूद बरामद किया गया है। थौबल जिले के खंगाबोक पार्ट-दो इलाके से प्रतिबंधित संगठन केसीपी (पीडब्ल्यूजी) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है, जो जबरन वसूली की गतिविधियों में संलिप्त था।
इम्फाल पश्चिम जिले के खोंघामपट अवांग लेइकाई से कांगलेई यावोल कन्ना लूप (सोरेपा) संगठन के एक सदस्य को भी हिरासत में लिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि थौबल जिले के ही हीरोक पार्ट-तीन इलाके से प्रतिबंधित संगठन प्रेपाक (प्रो) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से हथियारों और गोलाबारूद का जखीरा बरामद किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि उसके पास से दो राइफल, एक हथगोला और कई गोलियां जब्त की गई हैं। मणिपुर में दो साल पहले भड़की जातीय हिंसा के बाद से सुरक्षा बल लगातार तलाश अभियान संचालित कर रहे हैं।
मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच जारी जातीय हिंसा में अब तक 260 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
केंद्र सरकार ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफ़े के बाद राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया है।