नई दिल्ली: बजट सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना हमारा कर्तव्य है। सरकार नहीं सुन रही है तो हठ कर रही है। अगर आप चाहते हैं कि लोकतंत्र जिंदा रहे तो विपक्ष की बात सुनना जरूरी है। उन्हें (राहुल गांधी) संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया है फिर भी वे माफी की मांग कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि वे विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 'मोदी उपनाम' के संदर्भ में उनकी 2019 की टिप्पणी के लिए निचली अदालत ने दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। पिछले महीने सजा सुनाए जाने के बाद गांधी की लोकसभा की सदस्यता अयोग्य करार कर दी गई थी। गांधी ने 13 अप्रैल 2019 को लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी।
टिप्पणी को अपमानजनक माना गया और गुजरात के पूर्व मंत्री ने मामला दर्ज कराया। कांग्रेस नेता 2019 में केरल की वायनाड सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्हें 23 मार्च को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने दोषी ठहराया। निचली अदालत ने फैसले के खिलाफ अपील के लिए गांधी की सजा एक महीने के लिए निलंबित कर दी थी।
फैसले के एक दिन बाद राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 के मुताबिक, दो साल की जेल की सजा मिलने पर सांसद या विधायक संसद या विधानसभा की अपनी सदस्यता से, दोषसिद्धि की तारीख से अयोग्य हो जाता है।
(भाषा इनपुट के साथ)