महाराष्ट्र: बीजेपी-शिवसेना के बीच बयानबाजी पर कांग्रेस का तंज, 'अगर इतना अविश्वास है तो ये सरकार कैसे बना सकते हैं'
By विनीत कुमार | Published: October 29, 2019 07:17 PM2019-10-29T19:17:20+5:302019-10-29T19:17:20+5:30
महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़े थे। बीजेपी ने महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में 105 पर जीत हासिल की। वहीं, शिवसेना ने 56 सीटें जीती।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जारी बयानबाजी के बीच अब कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच अगर इतना अविश्वास है तो फिर वे राज्य में सरकार कैसे बनाएंगे। साथ ही कांग्रेस नेता ने इस बात पर भी जोर दिया है कि बीजेपी और शिवसेना को महाराष्ट्र वोटर्स को बताया चाहिए कि उनके बीच क्या फैसला हुआ था।
पृथ्वीराज चव्हाण ने ये भी कहा कि अगर शिवसेना कोई प्रस्ताव लेकर आती है तो पार्टी इस पर चर्चा के लिए तैयार है। चव्हाण ने कहा, 'अगर शिवसेना हमारे पास किसी प्रस्ताव के साथ आती है तो हम इसे हाई कमान के सामने रखेंगे और इस पर अपने सहयोगियों के साथ भी चर्चा करेंगे। शिवसेना ने अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं दिया है।'
Congress leader Prithviraj Chavan: BJP & Shiv Sena should tell Maharashtra voters what was decided between them. If they have so much of distrust between them, how can they form the government? #Maharashtrapic.twitter.com/LOfigPJqmH
— ANI (@ANI) October 29, 2019
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़े थे। बीजेपी ने महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में 105 पर जीत हासिल की। वहीं, शिवसेना ने 56 सीटें जीती। दोनों पार्टियां साथ मिलकर बहुमत को आसानी से हासिल कर रही हैं। हालांकि, शिवसेना ने दोनों पार्टियों को सरकार चलाने के लिए ढाई-ढाई साल का नेतृत्व देने की बात कहकर पेंच फंसा दिया है।
शिवसेना कहती रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले भी 50-50 की बात हुई थी। हालांकि, पूरे मुद्दे पर बीजेपी काफी संभलकर बोल रही है। इन सभी के बीच मंगलवार को देवेंद्र फड़नवीस और शिवसेना नेता संजय राउत के अलग-अलग बयान भी सामने आये जिसमें दोनों नेता अलग-अलग बातें कह रहे हैं।
देवेंद्र फड़नवीस ने एक ओर कहा कि 50-50 फॉर्मूले को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ था और जो भी बात हुई होगी वह अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच हुई होगी। फड़नवीस के अनुसार कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और इस बारे में केवल अमित शाह और उद्धव ठाकरे ही बता सकते हैं। फड़नवीस ने मंगलवार को ये भी कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले जब गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया था, तो शिवसेना को ढाई साल सीएम पद देने का वादा नहीं किया गया था।
वहीं, शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ये कहते हैं कि 50-50 का फॉर्मूला पर कभी चर्चा ही नहीं हुई तो फिर सच की परिभाषा को बदलने की जरूरत है। संजय राउत ने कहा कि जो भी चर्चा हुई, उसे सभी जानते हैं और मीडिया भी वहां मौजूद था। संजय राउत ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने खुद 50-50 फॉर्मूले की बात की थी।