Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र को लेकर हलचल तेज हो गई है। एमवीए में मनमुटाव के बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे, एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण मे मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस किया और भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया। शरद पवार ने कहा कि जहां-जहां प्रधानमंत्री का रोड शो और रैली हुई, वहां हमें जीत मिली। इसलिए मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना अपना कर्तव्य समझता हूं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने खुद ही 400 का नारा दिया था। अच्छे दिनों की कहानी का क्या हुआ, मोदी की गारंटी का क्या हुआ। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने हमें बताया कि हमारी सरकार एक के तीन पैरों की तरह है। केंद्र की भाजपा सरकार का भी यही हाल है।
शिवसेना(यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में महा विकास आघाडी (एमवीए) की जीत शुरुआत है, अंत नहीं। उन्होंने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव जीतेगा। एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं।
ठाकरे दक्षिण मुंबई में एमवीए के घटक दलों के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, जिसमें राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी अपनी बात रखी। तीनों दलों ने इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए एक प्रारंभिक बैठक भी की।
ठाकरे ने कहा कि राज्य के लोगों ने दिखा दिया है कि भारतीय जनता पार्टी की अजेयता का मिथक कितना खोखला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महा विकास आघाडी के लिए लोकसभा चुनाव की जीत अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है।’’ कांग्रेस नेता चव्हाण ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र में सरकार बदलना तय है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए पवार ने कहा, ‘‘हम एमवीए के वास्ते राजनीतिक माहौल को अनुकूल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हैं।’’ हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने 13 सीट जीतीं, जो 2019 में राज्य में जीती गई एकमात्र सीट से काफी बड़ी छलांग है, जबकि शिवसेना (यूबीटी) को नौ और राकांपा(शरदचंद्र पवार) को आठ सीट मिलीं।
लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे में उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली पार्टी को एमवीए के तीनों घटक दलों में सबसे ज्यादा सीट दी गई थीं। कुल 48 लोकसभा सीट में से शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीट पर चुनाव लड़ा, उसके बाद कांग्रेस ने 17 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीट पर चुनाव लड़ा।
इसकी तुलना में, सत्तारूढ़ महायुति सिर्फ 17 सीट ही हासिल कर सकी, जबकि भाजपा की सीट की संख्या 23 (जिसे उसने 2019 में जीता था) से घटकर नौ रह गई। एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने सात सीट जीतीं, जबकि अजित पवार की अगुवाई वाली राकांपा को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली।
ठाकरे ने कहा कि यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई थी। जल्द ही विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। यह सरकार मोदी सरकार थी और अब एनडीए सरकार बन गई है। अब देखना यह है कि कैसे यह सरकार लंबे समय तक चलेगी। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हम सभी आज महाराष्ट्र की जनता को धन्यवाद देने और सभी का आभार व्यक्त करने के लिए एक साथ आए हैं।
महाराष्ट्र की जनता ने एमवीए उम्मीदवारों को विजयी बनाया है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार महाराष्ट्र के इंडिया गठबंधन के नेताओं ने आज मुलाकात की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस लोगों को धन्यवाद देने के लिए है। महाराष्ट्र में अच्छी संख्या में वोट मिले हैं। उम्मीद है कि जिस तरह से लोगों ने वोट किया है विधानसभा चुनाव में भी हमें वही प्यार मिलेगा और अब महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होगा।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे सहित महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता और पार्टी नेता आदित्य ठाकरे और संजय राऊत, एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने मुंबई में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।