महाराष्ट्र: भाषा विवाद को लेकर ठाणे में सियासी उबाल, राज ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ता हिरासत में
By रुस्तम राणा | Updated: July 8, 2025 11:45 IST2025-07-08T11:45:24+5:302025-07-08T11:45:24+5:30
मीरा भयंदर इलाके में हुई इस रैली के कारण ठाणे जिले में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई और सड़क जाम होने से यातायात प्रभावित हुआ

महाराष्ट्र: भाषा विवाद को लेकर ठाणे में सियासी उबाल, राज ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ता हिरासत में
ठाणे: राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कई कार्यकर्ताओं को मंगलवार को हिरासत में लिया गया। यह रैली महाराष्ट्र में व्यापारियों द्वारा मराठी न बोलने पर एक फूड स्टॉल मालिक के साथ मारपीट के विरोध में निकाली गई थी। मीरा भयंदर इलाके में हुई इस रैली के कारण ठाणे जिले में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई और सड़क जाम होने से यातायात प्रभावित हुआ।
रैली के लिए पुलिस की अनुमति नहीं होने के बावजूद मनसे कार्यकर्ताओं ने मुंबई तक मार्च करने की योजना बनाई। हालांकि, मनसे के ठाणे और पालघर प्रमुख अविनाश जाधव और अन्य नेताओं को सुबह-सुबह हिरासत में लिए जाने से पार्टी की योजना पटरी से उतर गई।
दरअसल, मनसे के संदीप देशपांडे ने कहा कि नेताओं को सुबह साढ़े तीन बजे ही हिरासत में ले लिया गया और उन्होंने इसे "आपातकाल जैसी" स्थिति बताया। देशपांडे ने कहा, "आज सुबह 3.30 बजे हमारे नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस गुजराती व्यापारियों के विरोध मार्च का सम्मान कर रही है, लेकिन मराठी लोगों के मार्च को अनुमति नहीं दे रही है। यह किस तरह की आपातकाल जैसी स्थिति है? यह महाराष्ट्र की सरकार है या गुजरात की? वे चाहे जो भी करें, मार्च जरूर होगा।"
हालांकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मनसे कार्यकर्ताओं ने अनुमति प्राप्त मार्ग का पालन नहीं किया। इस महीने की शुरुआत में, भायंदर इलाके में एक फूड स्टॉल मालिक को मराठी में बात न करने पर मनसे कार्यकर्ताओं ने थप्पड़ मारा था। मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिससे व्यापारी समुदाय में व्यापक आक्रोश फैल गया था।