Maharashtra MLC Elections 2022: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव भी राज्यसभा चुनाव की तरह रोचक हो गया है। राज्यसभा चुनाव में 6 सीट पर 7 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा के तीन, शिवसेना के दो, कांग्रेस के एक और एनसीपी के एक प्रत्याशी मैदान में है।
महाराष्ट्र से राज्यसभा की छह सीटों के लिये 10 जून को सुबह 9 बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भी मुकाबला कांटे का हो सकता है। 10 सीट पर 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। 20 जून को मतदान होगा। 288 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 44 विधायक हैं।
भाजपा ने 5 प्रत्याशी को मैदाम में उतारा है। कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना- दो-दो सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधान परिषद की 10 सीटों के लिए 20 जून को होने चुनाव के वास्ते पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख भाई जगताप और वरिष्ठ नेता चंद्रकांत हंडोरे की उम्मीदवारी की बुधवार को घोषणा की।
विधान परिषद चुनाव के लिए विधायक निर्वाचक मंडल बनाते हैं। निर्वाचित होने के लिए पहली वरीयता के वोटों का कोटा 27 है। 78 सदस्यीय उच्च सदन में कांग्रेस के 9 विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) हैं। इससे पहले दिन में, भाजपा ने विधान परिषद चुनाव के लिए पांच और शिवसेना ने दो उम्मीदवारों की घोषणा की थी।
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगी दल- कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना- दो-दो सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। राकांपा ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। सदस्यों की संख्या को देखते हुए भाजपा उच्च सदन के लिए चार उम्मीदवारों को निर्वाचित करा सकती है। दिलचस्प बात यह है कि अगर भाजपा अपने पांचवें उम्मीदवार को वापस नहीं लेती है, तो चुनावी मुकाबला होना निश्चित है।
राज्य सभा चुनाव से पहले देशमुख और मलिक की जमानत पर टिकीं निगाहें
मुंबई की एक स्थानीय अदालत यदि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और मंत्री नवाब मलिक को 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में मतदान की अनुमति देती है, तो उन्हें मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिये निर्धारित समय पर यहां राज्य विधानमंडल के परिसर विधान भवन लाया जाएगा।
एक अधिकारी ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। इसके अलावा कुछ दिन पहले कोविड-19 की चपेट में आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस यदि संक्रमित रहे तो वह मतदान प्रक्रिया के अंत में मतदान करेंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता देशमुख और मलिक दोनों धनशोधन के अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं।
उन्होंने राज्यसभा चुनाव में मतदान के लिये पिछले सप्ताह विशेष अदालत से अस्थायी जमानत मांगी थी। हालांकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को उनकी जमानत याचिकाओं का विरोध करते हुए कहा था कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत उन्हें मतदान करने का अधिकार नहीं है। बुधवार को अदालत ने दोनों नेताओं की एक दिन की जमानत के लिये दाखिल याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रख लिया।
(इनपुट एजेंसी)