महाराष्ट्र स्थानीय चुनावः गठबंधन की अटकलें अब और तेज, राज और उद्धव ठाकरे फिर से मिले
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 5, 2025 21:03 IST2025-10-05T21:02:52+5:302025-10-05T21:03:39+5:30
Maharashtra local elections: रैली महाराष्ट्र सरकार द्वारा पहली से पांचवीं कक्षा के छात्रों के लिए तीन-भाषा फार्मूले को वापस लेने के फैसले का जश्न मनाने के लिए आयोजित की गई थी।

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मुंबईः शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को एक बार फिर मुलाकात की। यह मुलाकात एक निजी समारोह में हुई लेकिन स्थानीय चुनाव के मद्देनजर दोनों के बीच संभावित गठबंधन की अटकलें अब और तेज हो गई हैं। दोनों चचेरे भाइयों ने शिवसेना (उबाठा) के सांसद संजय राउत के पोते के नामकरण समारोह में शिरकत की। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, उनके विधायक पुत्र आदित्य ठाकरे, शिवसेना (उबाठा) नेता अनिल देसाई और मिलिंद नार्वेकर को आपस में बातचीत और हंसी-मजाक करते देखा गया। जुलाई में आयोजित “विजय रैली” के बाद से उद्धव और राज ठाकरे के बीच मुलाकातों का सिलसिला बढ़ गया है।
यह रैली महाराष्ट्र सरकार द्वारा पहली से पांचवीं कक्षा के छात्रों के लिए तीन-भाषा फार्मूले को वापस लेने के फैसले का जश्न मनाने के लिए आयोजित की गई थी। उस समय सरकार पर मराठी भाषी राज्य में हिंदी थोपने के आरोप लगे थे। पिछले महीने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दादर स्थित मनसे प्रमुख राज ठाकरे के आवास ‘शिवतीर्थ’ जाकर उनकी मां कुंदा ‘मौसी’ से मुलाकात की थी।
उद्धव और राज आपस में न केवल पितृ पक्ष बल्कि मातृ पक्ष से भी चचेरे, मौसेरे भाई हैं। उद्धव इससे पहले अगस्त में गणेशोत्सव के अवसर पर भी ‘शिवतीर्थ’ गए थे। जुलाई के अंत में राज ठाकरे मुंबई के बांद्रा स्थित ‘मातोश्री’ पहुंचे थे, जहां उन्होंने उद्धव ठाकरे को जन्मदिन की बधाई दी थी। राज ठाकरे ने 2005 में एकीकृत शिवसेना छोड़ दी थी और इसके लिए उन्होंने उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया था।
हालांकि, 2024 के विधानसभा चुनावों में दोनों की पार्टियों को मिली करारी हार के बाद अब रिश्तों में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं। दोनों पार्टियों ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों, खासकर मुंबई की समृद्ध बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव के लिए गठबंधन के संकेत दिए हैं लेकिन औपचारिक घोषणा अभी नहीं की गई है। अगर यह गठबंधन होता है, तो भाजपा इसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी होगी।
शिवसेना (उबाठा), कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) पहले से ही विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हैं। इसी बीच, अगस्त में बेस्ट एम्प्लॉइज कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड के चुनाव में शिवसेना (उबाठा) और मनसे को झटका लगा, जब दोनों के समर्थित पैनल को सभी 21 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।