लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र में कुल कितने किसान हैं? न तो सरकार और न ही बैंकों के पास है साफ जवाब

By विशाल कुमार | Updated: September 28, 2021 09:52 IST

महाराष्ट्र में सरकार और बैंकों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है जिसमें उनके पास राज्य में किसानों की कुल संख्या को लेकर कोई साफ जवाब नहीं है. कई सरकारी आंकड़े देने वाले स्त्रोत अलग-अलग जवाब दे रहे हैं.

Open in App
ठळक मुद्देराज्य में कुल 1.52 करोड़ किसानों की तुलना में 1.14 करोड़ किसान पीएम किसान पोर्टल में दर्ज हैं.मात्र 58 लाख किसानों को 31 अक्टूबर 2021 तक फसल ऋण सुविधा के तहत कवर किया गया है.राज्य के 50 प्रतिशत किसान भी संस्थागत वित्त हासिल करने के दायरे में नहीं हैं.

मुंबई:महाराष्ट्र में सरकार और बैंकों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है जिसमें उनके पास राज्य में किसानों की कुल संख्या को लेकर कोई साफ जवाब नहीं है. कई सरकारी आंकड़े देने वाले स्त्रोत अलग-अलग जवाब दे रहे हैं. 

यह सवाल सबसे पहले राज्य में बैंकरों के शीर्ष संगठन स्टेट लेवल बैंकिंग कमिटी (एसएलबीसी) की अगस्त में हुई बैठक में उठाया गया जिसमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राज्य सहकारी मंत्री बालासाहेब पाटिल के साथ कई वरिष्ठ मंत्री शामिल थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) मुख्य़ महाप्रबंधक जीएस रावत ने कहा कि राज्य में कुल 1.52 करोड़ किसानों की तुलना में 1.14 करोड़ किसान पीएम किसान पोर्टल में दर्ज हैं और 58 लाख किसानों को 31 अक्टूबर 2021 तक फसल ऋण सुविधा के तहत कवर किया गया है.

हालांकि, इस तरह राज्य के 50 प्रतिशत किसान भी संस्थागत वित्त हासिल करने के दायरे में नहीं हैं.

इस तथ्य को देखते हुए कि किसानों की आत्महत्या के मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे आगे है, राज्य में कृषि और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए वित्तीय खर्च तय करने वाली संस्था निकाय द्वारा यह स्वीकार किया जाना महत्वपूर्ण है.

बता दें कि, पीएम किसान केंद्र सरकार की योजना है जिसके तहत पात्र किसानों को उनके बैंक खातों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये प्राप्त होते हैं.

बैठक में कहा गया कि मौजूदा हालात में किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के साथ कम से कम 15-20 लाख नए किसानों के कवरेज की गुंजाइश मौजूद है.

राज्य में 5,900 ग्रामीण और 3,500 अर्ध-शहरी बैंक शाखाओं के नेटवर्क का उपयोग मिशन मोड अपनाकर केसीसी जारी करने में अंतर को पाटने के लिए किया जा सकता है.

किसानों की संख्या के आंकड़ों को लेकर यह अस्पष्टता कृषि और सिंचाई ऋण हासिल करने सहित कई गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करती है.

संस्थागत ऋण की आसान और उचित उपलब्धता किसानों की एक प्रमुख मांग रही है। संस्थागत ऋण की अनुपलब्धता भी एक प्रमुख चिंता का विषय रहा है.

राज्य सरकार द्वारा कई कृषि ऋण माफी के बावजूद, अपने कृषि ऋण आधार को बढ़ाने में बैंकों की विफलता राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है.

टॅग्स :FarmersMaharashtraउद्धव ठाकरेउद्धव ठाकरे सरकारUddhav ThackerayUddhav Thackeray Government
Open in App

संबंधित खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतMaharashtra Civic Poll 2025 UPDATE: पूरे राज्य में मतगणना स्थगित, 21 दिसंबर को नए नतीजे की तारीख तय, सीएम फडणवीस ‘त्रुटिपूर्ण’ प्रक्रिया पर जताई नाराजगी

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतMaharashtra Local Body Polls 2025: राज्य के 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में 2 दिसंबर को मतदान, 3 को होगी मतगणना

भारत अधिक खबरें

भारतजब आग लगी तो ‘डांस फ्लोर’ पर मौजूद थे 100 लोग?, प्रत्यक्षदर्शी बोले- हर कोई एक-दूसरे को बचा रहा था और यहां-वहां कूद रहे थे, वीडियो

भारतडांस फ्लोर पर लगी आग..., कुछ ही पलों में पूरा क्लब आग की लपटों में घिरा, गोवा हादसे के चश्मदीद ने बताया

भारतगोवा के नाइट क्लब में भीषण आग, 25 लोगों की गई जान; जानें कैसे हुआ हादसा

भारतGoa Club Fire: नाइट क्लब अग्निकांड में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हुई, 4 पर्यटकों समेत 14 कर्मचारियों की मौत

भारतGoa Fire: गोवा नाइट क्लब आग मामले में पीएम ने सीएम सावंत से की बात, हालातों का लिया जायजा