Maharashtra floods: महाराष्ट्र में बाढ़ और भूस्लखन ने तबाही मचा दी है। बाढ़ में मरने वालों की संख्या मंगलवार सुबह 15 और मौतों के साथ 207 हो गई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं।
राज्यपाल तालिये गांव और चिपलून का दौरा करेंगे। राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, रायगढ़ में अब तक सबसे अधिक 95 लोगों की मौत हुई है, इसके बाद सतारा में 45 और रत्नागिरी में 35 लोगों की मौत हुई है। मंगलवार सुबह तक 51 लोग घायल हुए हैं, जबकि 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली और कोल्हापुर जैसे जिलों में 22 जून से भारी बारिश हुई है, जिससे विभिन्न स्थानों पर बाढ़ और भूस्खलन हुआ है। सरकार ने कहा कि बचाव दलों ने अब तक 3,75,178 लोगों को निकाला है, जिनमें से सबसे अधिक 2,06,619 लोगों को सांगली से और 1,50,365 को कोल्हापुर से बचाया गया है।
22 जुलाई से अब तक हुई भारी बारिश से राज्य के कुल 1028 गांव प्रभावित हुए हैं। वर्तमान में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 18 बचाव टीमों और सशस्त्र बलों की तीन टीमों को तैनात किया गया है। गुजरात में भी भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से कई स्थानों पर जल जमाव और नुकसान देखने को मिला और राज्य की 56 सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी है।
भारत मौसम विज्ञान विज्ञान (आईएमडी) ने लगातार चौथे दिन ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मध्य प्रदेश के 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जतायी। आईएमडी द्वारा जारी किया गया मौसम का यह अलर्ट मंगलवार सुबह तक के लिए है। मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटो में मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में बारिश हुई।