मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण में जीत हासिल कर ली। 288 सदस्यीय सदन में 164 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 99 विधायकों ने इसके खिलाफ मतदान किया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विश्वास मत को बहुमत मिलने की घोषणा की। इस बीच राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने उनका मजाक बनाने वालों पर निशाना साधा।
सोमवार को देवेंद्र फड़नवीस ने सदन में कहा कि मैंने एक बार कहा था कि मैं वापस आऊंगा। लेकिन जब मैंने ऐसा कहा तो कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया। मैं आज वापस आया हूं और उन्हें (एकनाथ शिंदे) अपने साथ लाया हूं। मैं उन लोगों से बदला नहीं लूंगा जिन्होंने मेरा मजाक उड़ाया। मैं उन्हें माफ कर दूंगा, राजनीति में हर बात को गंभीरता से नहीं लिया जाता।
उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन को जनादेश मिला था लेकिन हमें जानबूझकर बहुमत से दूर ले जाया गया। लेकिन एकनाथ शिंदे के साथ हमने एक बार फिर शिवसेना के साथ अपनी सरकार बनाई है। सच्चे शिवसैनिक को सीएम बनाया गया है। मैं अपनी पार्टी के आदेश के अनुसार डिप्टी सीएम बना। मैं घर पर भी बैठ जाता अगर पार्टी मुझसे कहती, वही पार्टी जिसने मुझे सीएम बनाया। आज मैं आपको बताता हूं कि इस सरकार में कभी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं होगा, हम सहयोग करते रहेंगे। लोग ताना मारते हैं कि ये ईडी की सरकार है। हां ये ईडी की सरकार है, ये एकनाथ देवेंद्र की सरकार है।
बताते चलें कि हाल में शिवसेना के एक विधायक के निधन के बाद विधानसभा में विधायकों की मौजूदा संख्या घटकर 287 हो गई, इसलिए बहुमत के लिए 144 मतों की आवश्यकता थी। शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के एक दिन बाद 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। भाजपा के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
शक्ति परीक्षण से पहले ठाकरे के खेमे से शिवसेना के एक और विधायक संतोष बांगर शिंदे के धड़े में चले गए। बांगर हिंगोली जिले के कलमनुरी से विधायक हैं। इसके साथ ही शिंदे के धड़े में अब पार्टी के विधायकों की संख्या 40 हो गई है।