Maharashtra assembly elections: राकांपा अध्यक्ष अजित पवार ने शुक्रवार, 2 अगस्त को महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एक बड़ा बयान दिया। अजित पवार ने कहा है कि महायुति में शामिल पार्टियां उन सीटों पर चुनाव लड़ेंगी जो उन्होंने पिछले राज्य विधानसभा चुनाव में जीती थीं। अजीत पवार ने नासिक जिले के निफाड तालुका में संवाददाताओं से बातचीत में बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि पार्टियां 2019 के विधानसभा चुनावों में जीती गई सीटों को बरकरार रखेंगी। अजित पवार ने ये भी कहा कि पार्टियां अब उम्मीदवारों पर फैसला कर सकती हैं।
अजित पवार ने कहा कि सीटों को अंतिम रूप देने के लिए गठबंधन सहयोगियों की एक समन्वय समिति का गठन किया गया है। राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि बेहतर उम्मीदवार सामने आने पर गठबंधन सहयोगियों के बीच सीटों के आदान-प्रदान की संभावना पर चर्चा चल रही है। लेकिन इस बारे में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
हिंदुत्व के एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करने की भाजपा की योजना के बारे में पूछे जाने पर राकांपा प्रमुख ने कहा कि पार्टियों की अपनी विचारधाराएं और एजेंडे हो सकते हैं, लेकिन गठबंधन विकास के मुद्दों को प्राथमिकता देगा।
उन्होंने कहा कि आज राज्य में राजनीतिक स्थिति को देखते हुए, एक दलीय सरकार होना असंभव है। इसलिए, हम विकास के मुद्दों पर एक साथ आएंगे। भले ही घटक दलों की अपनी प्राथमिकताएं और एजेंडे हों।
एक अहम घोषणा करते हुए अजित पवार ने कहा कि अगर पार्टी (महायुति का हिस्सा) सत्ता में आती है तो प्याज के निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा और किसानों को अगले पांच वर्षों तक मुफ्त बिजली मिलेगी।
हालांकि एनसीपी के वरिष्ठ मंत्री छगन भुजबल अजित पवार के नासिक दौरे का हिस्सा नहीं थे। भुजबल ने येओला में अपने निर्वाचन क्षेत्र की यात्रा करने का विकल्प चुना। इस बात की भी खूब चर्चा हो रही है। कार्यक्रम के दौरान भुजबल की अनुपस्थिति इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पार्टी ने उन्हें राज्यसभा नामांकन से वंचित कर दिया है। लोकसभा चुनाव के लिए भी उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया था। राकांपा के शीर्ष नेताओं ने नासिक सीट से उनकी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया था।