भोपाल: मध्यप्रदेश में अब जल्द ही मंत्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी इस सस्पेंस से पर्दा उठने वाला है। आगामी 24 या 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नाम को लेकर बना सस्पेंस खत्म होने के पूरे आसार हैं। माना जा रहा है कि इस बार छत्तीसगढ़ की तर्ज पर ही एमपी मंत्रिमंडल विस्तार में चौकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं। दरअसल,छत्तीसगढ़ में 9 में से पांच विधायक ऐसे हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं। उधर, मध्यप्रदेश में भी नए चेहरों को लेकर भी चर्चा जोरों पर हैं।
सियासी जानकारों का मानना है कि हिंदी प्रदेशों को लेकर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लगभग एक सी रणनीति पर काम कर नए प्रयोग के साथ निर्णय लेकर सबको चौका रहे हैं। चाहे फिर विधानसभा चुनाव के समय टिकट वितरण से लेकर मुख्यमंत्री पद के नाम की ऐलान की बात हो या जाति और क्षेत्रगत समीकरणों के साथ साधने की । लिहाजा सीजी का फार्मूला एमपी में दिखाई दे सकता है।
हालाकी माना जा रहा है कि टीम मोहन में जातिगत सोशल इंजीनियरिंग के सीनियर नेताओं को भी जगह मिल सकती है । क्योकिं फिलहाल टीम मोहन में 15 से 20 सदस्य शामिल होंगे यानी मंत्रिमंडल छोटा होगा। लेकिन ऐसे में बीजेपी के सीनियर विधायक कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल राकेश सिंह समेत अन्य सीनियर लीडर की क्या भूमिका होती है ये देखना बेहद दिलचस्प होगा।