सरकारी प्राथमिक स्कूल की बदहाली एक नई तस्वीर मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले से सामने आई है। छतरपुर के सूरजपुर गांव के एक शासकीय स्कूल की बदहाल बुनियादी सुविधाओं का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बच्चों को मिड-डे-मील के नाम पर रोटी के साथ महज नमक परोसा जा रहा है। इतना ही नहीं ये बच्चें स्कूल के पास से गुजरने वाली नहर का पानी पीने को मजबूर है।
इस मामले में जब जिला कलेक्टर रमेश भंडारी से बात की गई तो उन्होंने जांच का हवाला देते हुए कहा कि अगर ऐसी कोई समस्या पाई जाती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं मध्य प्रेदश की शिक्षा मंत्री ने इस तरह के मामलों के लिए एक जांच टीम का गठन करने की बात कही है।
कक्षा एक से पांच तक का नामांकन अनुपात 106.58 लाख से घटकर वर्तमान में 80.94 लाख ही रह गया है। अगर बाकी राज्यों से तुलना करें तो पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र से बहुत ज्यादा बुरी स्थिति मध्यप्रदेश की हो गई है।