मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को गठबंधन को लेकर शुरुआत से लेकर अंतिम दौर तक झटके ही मिलते रहे. सपा, बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने तो झटका दिया. इसके बाद राज्य की एक सीट जतारा कांग्रेस ने गठबंधन के तहत लोक तांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ दी, मगर लोकतांत्रिक जनता दल ने सैलाना विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के प्रत्याशी के खिलाफ ही अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया. इतना ही नहीं इस गठबंधन के जनक शरद यादव सैलाना में अपने प्रत्याशी का जमकर प्रचार भी कर आए.
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों आते ही यह माना जा रहा था कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस इस बार चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरेगी, अंतिम दौर की चर्चा में बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को झटका दे डाला और अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कहकर कांग्रेस से दूरी बना ली है. इसके बाद कांग्रेस समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से उम्मीद रही, मगर ये दल भी कांग्रेस से किनारा कर गए.
प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस ने सबको चौंकाया और टीकमगढ़ जिले की जतारा विधानसभा विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन कर प्रत्याशी न उतारने का फैसला लिया. यहां पर लोकतांत्रिक जनता दल ने डा.विजय चौधरी को प्रत्याशी बनाया और चुनाव प्रचार में जुट गई. इसके साथ ही लोकतांत्रिक जनता दल ने मालवा अंचल के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया. इतना ही नहीं प्रत्याशी का खुद शरद यादव प्रचार भी कर रहे हैं. शरद यादव बीते दो दिनों से दोनों ही स्थानों पर बड़ी सभाएं कर चुके हैं. सैलाना में शरद यादव की सभा लेने के बाद सैलाना विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थकों में चिंता बढ़ गई. वे समझ नहीं पा रहे कि शरद यादव कांग्रेस के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारकर उसके पक्ष में प्रचार कर किस तरह के गठबंधन का रिश्ता निभा रहे हैं.
सपा, गोंगपा स्पष्टीकरण देने का हुए विवश
समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मध्यप्रदेश में इस बार गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में उतरे हैं. चुनाव के अंतिम चरण में बालाघाट जिले में यह अफवाह फैला दी गई कि सपा और गोंगपा के बीच गठबंधन टूट गया. इसके बाद बालाघाट और परसवाड़ा में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे सपा के प्रत्याशी चिंतित हुए. बात सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंंह मरकाम तक पहुंची तो दोनों ही स्पष्टीकरण देने को विवश हुए. दोनों ने कहा कि गठबंधन के तहत ही चुनाव लड़ रहे हैं, कोई भ्रम फैला रहा है.
इतना ही नहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि अफवाह फैलाने वाले राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश बकोरिया के अलावा नितेश और अन्य साथियों के खिलाफ वे पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं. उल्लेखनीय है कि सपा और गोंगपा ने प्रदेश में गठबंधन के तहत 125 स्थानों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. इनमें गोंगपा ने 73 और सपा ने 52 प्रत्याशी है.