हरदा (मप्र), चार फरवरी मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों और इस आंदोलन को कथित तौर पर हवा दे रहे राजनीतिक संगठनों को ‘सद्बुद्धि’ देने की प्रार्थना के लिए हरदा जिले के हंडिया में नर्मदा नदी के तट पर बृहस्पतिवार को एक दिन का उपवास रखा।
पटेल ने यह उपवास सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक कई लोगों के साथ किया।
इस अवसर पर पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्र सरकार ने किसानों की तकदीर एवं तस्वीर बदलने के लिए तथा खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए ये कानून बनाये। ये कानून किसानों के हित में हैं और इन कानून से वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल किसानों को गुमराह कर रहे हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते हैं कि किसानों की आय बढ़े।
उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों से हाथ जोड़कर आंदोलन वापस लेने की अपील भी की।
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