LS polls 2024: बिहार में एनडीए में अभी तक सीट शेयरिंग का मामला तय नहीं होने के कारण किसी सांसद को ये पता नहीं है कि उनका टिकट पक्का है या नहीं है। करीब एक दर्जन से ज्यादा सांसदों की सांस अटकी हुई है कि अगला फैसला क्या होगा? हालांकि जदयू में ज्यादा फेरबदल की गुंजाइश नहीं है, लेकिन भाजपा के लगभग आधा दर्जन सांसदों का टिकट कट सकता है। रालोजपा(पारस) के सभी पांच सांसदों का भविष्य अधर में लटका हुआ है, जिसमें से दो ने पाला बदलते हुए लोजपा(रा) चिराग पासवान के साथ चले गए हैं। भाजपा नेतृत्व की तरफ से वर्तमान सांसदों को कोई निर्देश या संकेत नहीं दिए जाने के कारण बेचैनी की स्थिति बनी हुई है। भाजपा के सिटिंग सांसदों का पटना-दिल्ली का दौरा बढ़ गया है। उधर, चिराग पासवान तो 5 सीटों पर डील फाइनल हो जाने का दवा कर रहे हैं।
लेकिन रालोजपा के नेता पूर्व सांसद सूरजभान सिंह का दवा है कि भाजपा पशुपति कुमार पारस को पैदल नहीं कर सकती। उनका दावा है कि उनके हिस्से की सीटें उन्हें जरूर मिलेगी। सीटों के तालमेल और फेरबदल के मुद्दे पर बिहार एनडीए के सभी मित्र दलों के शीर्ष नेताओं के साथ भाजपा का अंतिम विमर्श सोमवार को होना है। मुख्यमंत्री एवं जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार सोमवार शाम दिल्ली गए हैं।
जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के जीतन राम मांझी पहले से ही दिल्ली पहुंचे हुए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सभी दलों के बीच बातचीत में अंतिम सहमति बना ली जाएगी एवं मंगलवार को संयुक्त रूप से घोषणा की जा सकती है। सूत्रों की मानें तो भाजपा अपने जिन सांसदों का टिकट नहीं काटने जा रही है।
उन्हें क्षेत्र में रहकर तैयारी जारी रखने का संकेत दे दिया है। लेकिन आलाकमान ने जिन क्षेत्रों को विचाराधीन रखा है, उनमें बक्सर, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, पटना साहिब, शिवहर एवं पश्चिमी चंपारण शामिल हैं। बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है। वहां से पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा की प्रबल दावेदारी है। जबकि राधा मोहन सिंह का टिकट उम्र के चलते लटक सकता है।
इस बीच चर्चा है कि सिटिंग गेटिंग के आधार पर एनडीए के दोनों बड़े घटक दलों भाजपा और जदयू की सहमति बन चुकी है। भाजपा 17 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और जदयू के हिस्से में 16 सीटें आई हैं। जबकि एक-एक सीट कुशवाहा एवं मांझी की पार्टी को मिल सकती है। वहीं चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (आर) के हिस्से में पांच सीटें जाने की चर्चा है।
इस बीच कुछ सीटों की अदला-बदली की भी चर्चा चल रही है। जदयू को लवली आनंद के लिए राजपूत बहुल एक सीट चाहिए। शिवहर से उन्हें प्रत्याशी बनाया जा सकता है, जहां अभी भाजपा के टिकट पर रमा देवी सांसद हैं। वहीं जदयू के हिस्से की गया और काराकाट सीट को जीतन राम मांझी एवं कुशवाहा के लिए छोड़े जाने की बात बताई जा रही है।
उधर, चिराग पासवान के हिस्से में आई पांच सीटों में नवादा को लेकर जिच कायम है। वैशाली-नवादा भूमिहार बहुल है। चिराग ने नवादा अगर लौटा दिया तो भाजपा यहां से विवेक ठाकुर या आईपीएस विकास वैभव पर दांव लगा सकती है। जबकि पशुपति कुमार पारस के गुट के सूरजभान सिंह को भी मनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी तरह कई सीटों के अदला बदली की भी चर्चा चल रही है।