मुंबई: लाउडस्पीकर महाराष्ट्र की सियासत में ऐसा पेंच बन गया है, जिसके सभी सियासी दल अपने हिसाब से कस रहे हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को अवैध बताते हुए उन्हें उतरवाने के लिए सियासी दबाव बना रहे हैं, जिस मामले में अब रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले भी कूद गये हैं।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे के लाउडस्पीकर उतारो मांग का जबरदस्त विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मंगलवार को कहा कि अगर किसी ने जबरिया लाउडस्पीकर हटाने की कोशिश की तो आरपीआई के कार्यकर्ता मस्जिदों की सुरक्षा करेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर मुस्लिम समुदाय को अन्याय नहीं सहने देगी।
अठावले ने कहा, "हम मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा पाठ का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन हमारा विरोध मनसे द्वारा मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारे जाने को लेकर है। अगर कोई भी मस्जिदों से जबरन लाउडस्पीकर हटाने की कोशिश करेगा तो आरपीआई कार्यकर्ता उन मस्जिदों की रक्षा करेंगे।"
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अगर ज्यादा परेशानी है तो लाउडस्पीकरों की आवाज़ कम करने की बात कही जा सकती है। भाजपा भले मनसे की मांग का समर्थन करती हो, लेकिन हमारी पार्टी इसके सख्त खिलाफ है। इसलिए अगर राज ठाकरे लाउडस्पीकरों को हटाने का हुक्म देते हैं तो हम मस्जिदों की रक्षा करेंगे।"
रामदास अठावले ने कहा कि इस मसले पर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच कोई विवाद नहीं होना चाहिए। आरपीआई प्रमुख ने कहा, "मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लंबे समय से लगे हैं, जब पहले इसका विरोध नहीं हुआ तो अब क्यों हो रहा है?"
लाउडस्पीकर मुद्दे पर करीब आ चुके भाजपा और मनसे के बीच राजनैतिक साझेदारी की संभावना के बारे में पूछे जाने पर रामदास अठावले ने कहा कि फिलहाल तो उन्हें ऐसा नहीं लगता है, अगर भविष्य में ऐसा होता है तो हमारी पार्टी भी अपनी अलग संभावनाओं के बारे में विचार करेगी, मौजूदा दौर में तो हम ही भाजपा के साथ हैं।"